कांग्रेस संसदीय दल बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, बिना इस्तीफा नहीं चलने देंगे संसद
सर्वदलीय बैठक से पहले कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, \'मन की बात\' करने वाले पीएम लगता है मौन व्रत धारण किए हुए हैं.
कांग्रेस संसदीय दल बैठक में सोनिया गांधी ने कहा, बिना इस्तीफा नहीं चलने देंगे संसद (फाइल फोटो) |
बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा, जिस स्तर का भ्रष्टाचार हुआ, हमें बीजेपी के आरोपी नेताओं का इस्तीफा ही चाहिए.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत तमाम बड़े नेता और कांग्रेसी सांसदों ने बैठक में हिस्सा लिया.
इस बैठक में संसद में कांग्रेस की भूमिका को लेकर चर्चा हुई. बैठक में सरकार और पीएम पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला. बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि पीएम ने जो वादे किए थे उन पर कतई अमल नहीं किया है. भ्रष्टाचार पर पीएम की चुप्पी के क्या मायने हैं. एक तरफ तो वह पारदर्शिता, एकता और उत्तरदायित्व पर उच्च नैतिक मापदंडों की बात करने का कोई मौका नहीं चूकते दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के मामलों पर चुप रहते हैं.
सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ कांग्रेस अपनी लड़ाई से पीछे नहीं हटेगी. सुषमा स्वराज, शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे के इस्तीफ़े पर अड़ी कांग्रेस आगे भी सरकार को इस मोर्चे पर घेरने की तैयारी में है.
उधर, संसद में जारी गतिरोध को ख़त्म करने के मकसद से केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है, लेकिन कांग्रेस वे शर्त रख दी थी कि इस बैठक में वह तभी शामिल होगी जब बैठक के एजेंडे में शिवराज सिंह चौहान, सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे पर कार्रवाई की बात शामिल हो.
कांग्रेस व्यापमं घोटाले को लेकर शिवराज और ललित मोदी के मामले में सुषमा स्वराज और वसुंधरा के इस्तीफ़े की मांग कर रही है. सर्वदलीय बैठक सोमवार 12 बजे होगी.
बैठक में कहा गया कि हमें संसद में उन्हीं लोगों से उपदेश सुनने को मिल रहे हैं जिन्होंने हंगामा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. क्या बीजेपी भूल गई है कि उसने ही 'पहले इस्तीफा फिर चर्चा' का सिद्धांत बनाया था जो उसने 1993 से पांच बार इस्तेमाल किया.
हम बीजेपी की आक्रामकता को जवाब नहीं दे रहे हैं बल्कि सरकार का रवैया देखकर ऐसा करने पर मजबूर हुए हैं.
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