‘इंसान पहले इंसान है बाद में हिंदू या मुसलमान’
पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित सर्व धर्म श्रद्धांजलि सभा में आए विभिन्न धर्मो के धर्म गुरुओं ने अपने विचार प्रकट किये.
पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में आयोजित सर्व धर्म श्रद्धांजलि सभा. |
दुनियाभर में मिसाइलमैन के नाम से प्रख्यात पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्य स्मृति में ‘सर्व धर्म श्रद्धांजलि सभा’ का आयोजन कांस्टीट्यूशन क्लब में आचार्य डा. लोकेश मुनि के सान्निध्य में किया गया. सभा में सभी धर्मो के प्रमुख धर्मगुरु ओं ने श्रद्धांजलि दी.
सभा में डा. कलाम के सलाहकार सृजन पाल सिंह ने डा. कलाम के साथ अंतिम क्षणों के संस्मरण सुना कर उपस्थित विशाल जनसमूह को भाव विभोर कर दिया. सभा का आयोजन अहिंसा वि भारती, अहिंसा फाउंडेशन, विश्व अहिंसा संघ, राजस्थान मित्र परिषद्, राजस्थान संस्था संघ, सहयोग दिल्ली व रचनात्मक मंच की ओर से किया गया था.
कार्यक्रम में मुस्लिम धर्म से मौलाना कल्बे रूसद रिज़वी ने कहा कि वो मानव धर्म में विश्वास रखते थे. डा. कलाम मानते थे कि इन्सान पहले इन्सान है बाद में हिन्दू या मुस्लमान है. अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य आचार्य डा. लोकेश मुनि ने डा. कलाम की यादगार पंक्तियां ‘सपने वो नहीं जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते’ का उल्लेख करते हुए कहा कि डा. कलाम लाखों बच्चों और युवाओं में ऊंचे सपने देखने व उनकों साकार करने का जज्बा पैदा किया.
भृगु फाउंडेशन के संस्थापक गोस्वामी सुशील महाराज ने कहा कि वो जनता के राष्ट्रपति थे उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोलकर जनसाधारण से संवाद स्थापित किया था. विश्व अहिंसा संघ के संचालक विवेक मुनि ने कहा कि उन्होंने एक वैज्ञानिक होने के साथ समाज को अहिंसा, शांति व सद्भावना के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी. यहूदी पंथ के गुरु ईसाई कल मालेकर ने कहा कि वो सर्व धर्म समभाव में विश्वास रखते थे.
बहाई धर्म से एके मर्चेंट ने कहा कि वे जितने बड़े विद्वान थे उतने विनम्र हृदय भी थे. सिख धर्म से जीएस चीमा ने कहा कि वो सदैव प्रयासरत रहते थे कि वि को कैसे बेहतर रहने लायक जगह बनाया जाए.
ईसाई धर्म से फादर बिंटू व बौद्ध धर्म से लामा ने सर्वधर्म प्रार्थना प्रस्तुत की. जमात ए हिन्द के सचिव मोहम्मद अहमद व आचार्य शैलेश तिवारी ने सभा में अपने विचार व्यक्त किए. श्रीमती सुधामई रघुनाथन ने डा. कलाम के जीवन के प्रेरक प्रसंग सुनाए.
अहिंसा फाउंडेशन के अध्यक्ष एके जैन ने डा. कलाम का जीवन परिचय प्रस्तुत किया. उधर, जनता संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुखवीर सरन अग्रवाल ने सुभाष मैदान में आयोजित श्रद्धाजंलि समारोह में मिसाइलमैन को देश का सच्चे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति बताया.
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