गुरदासपुर हमले के पाक से जुड़े होने के संकेत :राजनाथ

Last Updated 30 Jul 2015 06:09:04 PM IST

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने का संकेत देते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार देश की सुरक्षा को कमतर करने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी.


गृह मंत्री राजनाथ सिंह

गृह मंत्री ने 27 जुलाई को गुरदासपुर में हुए आतंकवादी हमले के बारे में राज्यसभा में दिये बयान में कहा, ‘‘जीपीएस आंकड़ों के प्रारंभिक अध्ययन से संकेत मिलते हैं कि हमलावर तीन आतंकवादियों ने पाकिस्तान से गुरदासपुर जिले के तास क्षेत्र से घुसपैठ की. इसी क्षेत्र से रावी नदी पाकिस्तान में प्रवेश करती है.’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन्हीं आतंकवादियों ने जम्मू पठानकोट रेल मार्ग पर दीनानगर और झकोलदी के बीच तलवंडी गांव के पास पांच आईईडी लगाये. इन्हें बम निष्क्रिय दस्ते ने मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया. इस स्थान से एक नाइट विजन उपकरण भी बरामद किया गया.’’

गृह मंत्री ने सदस्यों को आस्त करते हुए कहा, ‘‘भारत की एकता एवं अखंडता तथा देश के नागरिकों की सुरक्षा को कमतर करने के देश के दुश्मनों के किसी भी प्रयास का हमारे सुरक्षा बलों द्वारा त्वरित एवं मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. सरकार आतंकवाद से दृढ़ता एवं कड़ाई से निबटने के लिए प्रतिबद्ध है और सीमा पार से चलायी जा रही सभी आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.’’

राजनाथ ने 27 जुलाई की घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि उस दिन सुबह साढ़े पांच बजे सेना की वर्दी पहने और भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादियों ने गुरदासपुर जिले के दीनानगर के बाहरी क्षेत्र में कमलजीत सिंह की मारूति कार पर गोलीबारी करते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद आतंकवादियों ने दीनानगर बस स्टेंड पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं. उन्होंने बामियाल जा रही पंजाब रोडवेज की एक बस को भी अपना निशाना बनाया.

उन्होंने बताया कि इसके बाद आतंकवादी दीनानगर पुलिस थाने में घुस गए तथा संतरी पर गोलियां चलायी. पुलिस थाने पर गोलियां चलाने के दौरान होमगार्ड राजिन्दर कुमार और अशोक कुमार घायल हो गए. इसी दौरान बाहर निकलने पर थाना प्रभारी उपनिरीक्षक मुख्तियार सिंह भी आतंकवादियों की गोली लगने से घायल हो गए.

गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवादी लगातार गोलियां चलाते हुए पुलिस थाने में घुसने की कोशिश कर रहे थे. रात्रि ड्यूटी पर तैनात हवलदार रामलाल ने संतरी का हथियार लेकर बहादुरी से आतंकवादियों का सामना किया. बाद में रामलाल ने पुलिस थाने के भीतर जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया ताकि आतंकवादी भीतर प्रवेश न कर सकें. अंधाधुंध फायरिंग के कारण पुलिस थाने के बगल में स्थित किरण अस्पताल में भर्ती तीन मरीज गोली लगने से घायल हो गए जिनमें से दो की मृत्यु हो गयी.

उन्होंने कहा कि इस दौरान आतंकवादी पुलिस थाने के पीछे बनी इमारत में गोलियां चलाते हुए घुस गए. यह इमारत पंजाब होमगार्ड की स्थानीय टुकड़ी के कार्यालय के रूप में प्रयोग में लाई जा रही है. वहां मौजूद तीन होमगार्ड आतंकवादियों की गोलियों का शिकार होकर वीरगति को प्राप्त हुए.

राजनाथ ने कहा कि इसके फौरन बाद पुलिस का अतिरिक्त बल दीनानगर पुलिस थाने पहुंच गया. उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से फायरिंग के चलते होने वाली क्षति को कम से कम स्तर पर रखने, आतंकवादियों को भागने से रोकने तथा उन्हें जिन्दा पकड़ने के उद्देश्य से पंजाब पुलिस द्वारा लगातार हरसंभव प्रयास जारी रखे गए.

उन्होंने कहा कि अंत में इस सफल अभियान के दौरान तीनों आतंकवादियों को मार गिराया गया. दुर्भाग्यवश इस अभियान के दौरान पुलिस अधीक्षक (खुफिया) बलजीत सिंह आतंकवादियों का सामना करते हुए शहीद हो गये.

पंजाब पुलिस के इस अभियान की ‘‘हृदय से सराहना’’ करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि राज्य पुलिस ने मृत आतंकवादियों के पास से तीन एके 47 राइफल, 19 मैगजीन और दो जीपीएस सहित भारी मात्रा में अवैध सामग्री बरामद की है जिसका विश्लेषण किया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान गृह मंत्रालय स्थिति पर लगातार कड़ी नजर रखते हुए पंजाब सरकार से संपर्क में रहा. इस अभियान में पंजाब पुलिस की सहायता करने के लिए सेना एवं एनएसजी को विकल्प के रूप में तैयार रखा गया था. मैंने स्वयं पंजाब के मुख्यमंत्री से बात की और केन्द्र सरकार द्वारा सभी आवश्यक सहयोग के लिए आश्वस्त किया. बीएसएफ एवं सेना को भी सीमा पर हाई अलर्ट पर रखा गया.’’

गृह मंत्री ने कहा इस आतंकवादी हमले में तीन नागरिक, तीन होमगार्ड के जवान एवं एक पुलिस अधिकारी सहित सात लोगों की मृत्यु हो गयी. इसके अतिरिक्त 10 नागरिक एवं सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.

उन्होंने कहा कि पिछले एक माह में जम्मू कश्मीर सीमा पर घुसपैठ के कुल पांच प्रयास किए गए जिसमें आठ आतंकवादियों को मार गिराया गया और चार प्रयासों को विफल कर दिया गया. घुसपैठ की एक अन्य घटना में आतंकवादियों को सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई के कारण वापस लौटना पड़ा.

गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय सुरक्षा बल सीमा क्षेत्र में सतर्क रहते हैं लेकिन कठिन भौगोलिक परिस्थितियों एवं मूसलाधार बारिश होने से सीमा क्षेत्र की नदियों एवं नहरों में अत्यधिक तेज बहाव के कारण ये आतंकवादी भारतीय सीमा में घुस पाने में सफल हुए.
 



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