पूर्व राष्ट्रपति कलाम का निधन: ‘भारत ने अपने महानतम सपूतों में से एक को खो दिया: संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने अपने महानतम सपूतों में से एक को खो दिया.
सरसंघचालक मोहन भागवत |
सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश भैय्या जोशी की ओर से जारी संघ के शोक संदेश में कहा गया, ‘‘एक वैज्ञानिक के रूप में डा. कलाम ने हमारी रक्षा तैयारियों में बुनियादी योगदान दिया और एक राजनेता के रूप में राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए अपने मिसाली आचरण से उसे गरिमामय बनाकर भारत को गौरवान्वित किया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘डा. कलाम मंदिरों के शहर रामेश्वरम से एक छोटे बालक के रूप में अपने जीवन की यात्रा शुरू करते हुए भारत के 11वें राष्ट्रपति बने और उनकी यह यात्रा एक असाधारण साहस, दृढ़ इच्छा शक्ति और आगे बढ़ने की कहानी बयां करती है.’’
संघ के दोनों नेताओं ने कहा कि कलाम की जीवन गाथा और अग्नि, पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल तथा नाग जैसे हमारे प्रक्षेपास्त्रों की कहानी ने हमारे राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रक्षेपास्त्र शक्ति बना दिया.
बयान में कहा गया कि भारत और उसकी समृद्ध विरासत तथा हमारे प्रतिभाशाली युवकों में विश्वास रखने वाले कलाम भारत को ज्ञानवर्धक समाज तथा सशक्त राष्ट्र बनाना चाहते थे.
इसमें कहा गया, ‘‘उनके निधन से पूरे देश में छाये दुख में शामिल होते हुए हम उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले.
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