डॉ कलाम के अंतिम दर्शन के दिल्ली में उमड़े लोग, रामेश्वरम में 30 जुलाई को होगा अंतिम संस्कार
मिसाइलमैन भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर गुवाहाटी से दिल्ली पहुंच गया.
दिल्ली लाया गया कलाम का पार्थिव शरीर |
पालम एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित की.
डॉ कलाम का शिलांग में सोमवार शाम निधन हो गया था. कलाम के पार्थिव शरीर को मंगलवार सुबह एक विशेष विमान से दिल्ली में वायुसेना के पालम हवाईअड्डे पर लाया गया.
हवाई अड्डे पर सेना के तीनों अंगों की संयुक्त टुकड़ी ने पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को ग्रहण किया.
कर्नाटक के दौरे को बीच में ही छोड़ कर राजधानी पहुंचे राष्ट्रपति मुखर्जी ने प्रोटोकॉल तोड़ कर हवाईअड्डे पर डॉ. कलाम के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. इसके साथ तीनों सेनाओं के अंतरसेना गारद से पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ सलामी दी.
उपराष्ट्रपति अंसारी और प्रधानमंत्री मोदी के अलावा रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने श्रद्धासुमन अर्पित किये.
इसके बाद हवाई अड्डे पर सेना के तीनों अंगों की संयुक्त टुकड़ी ने पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को तोपगाड़ी में रखा और हवाई अड्डे से उनके पार्थिव शरीर को 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके निवास की ओर रवाना हुए.
यहां तीन से चार बजे तक मंत्रिमंडल के सदस्यों ने उनके अंतिम दर्शन किए और चार बजे के बाद जनसामान्य उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं.
गुरूवार को 11 बजे राजकीय सम्मान के साथ होगा कलाम का अंतिम संस्कार
डॉ कलाम का अंतिम संस्कार उनकी जन्मस्थली रामेश्वरम में 30 जुलाई को पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जायेगा.
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि गुरूवार को दिन में 11 बजे कलाम का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा.
कलाम के परिवार की इच्छा के अनुरूप तमिलनाडु के रामेश्वरम में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. समझा जा रहा है कि उनके बड़े भाई मुथू मोहम्मद मीरन मरक्काईर (99) ने उनका अंतिम संस्कार रामेश्वरम में करने पर जोर दिया था.
इससे पहले ऐसे संकेत मिले थे कि अंतिम संस्कार बुधवार को रामेश्वरम में होगा.
कलाम के पार्थिव शरीर को सुबह करीब सवा छह बजे वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर के जरिए शिलांग से गुवाहाटी लाया गया था.
कलाम अक्टूबर में 84 वर्ष के होने वाले थे. उनका शिलांग में मंगलवार को आईआईएम में एक व्याख्यान देने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.
शाम करीब साढ़े छह बजे व्याख्यान के दौरान गिरने के बाद डॉ. कलाम को नाजुक हालत में बेथानी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया और उसके दो घंटे से अधिक समय बाद उनके निधन की पुष्टि की गयी.
सरकार ने कलाम के निधन पर सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है.
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