जम्मू-कश्मीर में बड़े हमले की फिराक में आईएसआई
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर में हालात बिगाड़ने तथा देश के अन्य हिस्सों में बड़े प्रतिष्ठानों पर हमले करने की साजिश रच रही है.
जम्मू-कश्मीर में बड़े हमले की फिराक में आईएसआई |
आईएसआई घाटी में मौजूद लश्कर-ए-तय्यबा तथा हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकवादियों के साथ ही इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों के भी निरंतर संपर्क में है. नियंत्रण रेखा के पार काफी बड़ी तादाद में घातक हथियारों से लैस आतंकवादियों के दस्तों की गतिविधियों का पता चला है. ये आतंकवादी विभिन्न लांचिंग पैड पर मौजूद हैं और पाक रेंजर्स व पाक सेना की मदद से घुसपैठ की फिराक में हैं.
पीर पंजाल रेंज पर सर्दी के मौसम में बर्फ की मोटी परतें जमी होती हैं जबकि अब भीषण गर्मी के मौसम में बर्फ पिघलना शुरू हो जाती है और इसी के साथ घुसपैठ के दबाव का सिलसिला जोर पकड़ लेता है. इसकी जानकारी खुफिया एजेंसी तथा सुरक्षा बलों के साथ-साथ गृह मंत्रालय को भी है.
सूत्रों का कहना है कि 200-250 आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं. उत्तरी कश्मीर के तंगधार तथा पुंछ के बिंभर गली तथा कृष्णा घाटी के रास्ते घुसपैठ की कोशिशें की जा रही हैं. पुंछ की नियंत्रण रेखा के इन इलाकों में पाकिस्तान की ओर से रविवार से लेकर सोमवार तक गोलीबारी होती रही.
इसका मकसद घुसपैठ कराना बताया गया है. इस तरह की प्रबल आशंकाओं को लेकर सेना की 15वीं कोर के जनरल कमांडिंग आफिसर ने बार-बार पूछने पर कहा है कि घाटी के भीतर मौजूदा वक्त में एक बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद हैं लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह बेहद चौकस है.
सूत्रों का कहना है कि जिस प्रकार के इनपुट मिल रहे हैं, उससे यह साफ लग रहा है कि आने वाले दिन राज्य पुलिस, सेना तथा अर्धसैनिक बलों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. चूंकि अगले माह से पवित्र अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने जा रही है.
आईएसआई हाशिये पर आ चुके आतंकवाद को एक बार फिर पूरी ताकत के साथ जिंदा करने की साजिश में लगी है. ताकि जम्मू-कश्मीर का मुद्दा विश्व मंच पर फिर से उछाला जा सके.
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