बुद्ध पूर्णिमा पर लोगों ने गंगा और अन्य नदियों में लगायी डुबकी
बुद्ध पूर्णिमा पर उत्तर प्रदेश में गंगा और अन्य नदियों में लोगों ने डुबकी लगायी और पूजा-अर्चना करके दान किया.
गंगा में डुबकी |
वाराणसी,इलाहाबाद,कानपुर,गढमुक्तेश्वर और अन्य स्थानों पर लोगों ने गंगा में डुबकी लगायी और पूजा-अर्चना के बाद गरीबों को दान किया गया.
बौद्ध धर्मावलंबियों ने भी पूजा के बाद बुद्ध प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये और अगरबत्ती जलायीं.इस अवसर पर दीप भी जलाये गये. वाराणसी के सारनाथ में लोगों ने बुद्ध मंदिर में पूजा की और बौद्ध धर्म ग्रंथों का पाठ किया.
कुशीनगर में सुबह तथागत मंदिर पर बडी संख्या में बुद्ध अनुयायी एका हुए और जुलूस निकाला.इसमें गाजे-बाजे के साथ घोडा-हाथी भी थे. जुलूस कसया कस्बे तक गया. रामभार स्तम्भ की परिक्रमा की गयी और बुद्ध मंदिर में सभा की गयी.इस मौके पर बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रचार में उल्लेखनीय योगदान करने 11 लोगों को सम्मानित किया गया. भन्ते अजीत और भन्ते ज्ञानेश्वर ने लोगों को भगवान बुद्ध की शिक्षायें दी.
फरुखाबाद जिले के बुद्ध स्थली संकिसा में लोगों ने जुलूस निलाला और अशोक स्तम्भ पर पूजा-अर्चना की.लोगों को दान भी किया गया. भन्ते धम्मापाल ने प्रमुख रुप से प्रवचन किया और भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक के आदशरें पर चलने की लोगों को सीख दी.
गौरतलब है कि आज के दिन भगवान बुद्ध का जन्म और निर्वाण हुआ था तथा आज ही के दिन उन्हें बुद्धत्व प्राप्त हुआ था.
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