संघ परिवार के लोग पदों से वंचित नहीं किए जा सकते: स्मृति ईरानी
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो वाई सुदर्शनराव को भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को जायज ठहराया है.
मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी |
ईरानी ने कहा है कि किसी व्यक्ति को महज इस आधार पर किसी पद से वंचित नहीं किया जा सकता कि वह संघ परिवार से जुड़ा है या दक्षिण पंथी विचारधारा का समर्थक है.
ईरानी ने एक चैनल को दी गयी भेंट वार्ता में कहा कि उन्होंने संविधान के दायरे में रहकर ही अपना काम किया है. उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि उनके नेतृत्व में नयी शिक्षा नीति का भगवाकरण किया जा रहा है.
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि राव की साख इस बात से नहीं कि वे संघ परिवार से जुड़े हैं, बल्कि उन्हें संप्रग सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रीय प्रोफेसर बनाया गया था.
उन्होंने कहा कि पहली बार देश में मोदी सरकार ने नयी शिक्षा नीति बनाते समय जनता को अपने विचार देने के लिए आमंत्रित किया है और हर ग्राम पंचायत तथा प्रखंड की राय ली जा रही है.
शिक्षाविद् दीनानाथ बतरा की पुस्तक गुजरात में पढ़ाए जाने पर पूछे जाने पर ईरानी ने कहा कि राज्य सरकार को यह अधिकार है कि वह अपने प्रदेश में किस तरह के पाठ्यक्रम पढ़ाये.
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