जम्मू कश्मीर सरकार किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम : जितेंद्र सिंह
जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेताओं द्वारा भारत विरोधी नारेबाजी किये जाने और वहां भड़की हिंसा के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (फाइल फोटो) |
श्रीनगर में एक रैली के दौरान अलगाववादी नेताओं द्वारा भारत विरोधी नारेबाजी करने की पृष्ठभूमि में जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है. उन्होंने इसके साथ ही लोगों से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे को लेकर घबराये नहीं.
सिंह ने कटरा में संवाददाताओं से कहा, \'\'सरकार किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है और इसलिए मैं जम्मू कश्मीर के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें इस मुद्दे को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है.\'\'
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी चीजों का संज्ञान लिया है इसलिए वह इससे निपटने, स्थिति को नियंत्रित करने और उसे सामान्य बनाने में सक्षम होगी. उन्होंने उन पिछली घटनाक्रमों से सीख ली है जो पिछले दो तीन दिनों में हुई हैं.
उन्होंने सुरक्षा स्थिति पर कहा कि वह आश्वस्त हैं कि संबंधित अधिकारी स्थिति को नियंत्रित कर लेंगे और इसलिए पर्यटकों का मौसम अप्रभावित रहेगा.\'\'
सिंह ने कहा, \'\'मैं भरोसा दिलाता हूं कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों मिलकर काम कर रहे हैं और हमें उन्हें स्थिति से निपटने के लिए मौका देना चाहिए.\'\'
कश्मीर घाटी में अलगाववाद के फिर से पनपने के मुद्दे पर उन्होंने कहा, \'\'मुझे पक्का भरोसा है कि दोनों साझेदार (पीडीपी और भाजपा) एक-दूसरे की संवेदनशीलता का ध्यान रखेंगे और जैसा कि मैंने पहले ही दोहराया है कि यह गठबंधन शासन और विकास के एजेंडे पर आधारित है.\'\'
उन्होंने कहा कि विभिन्न विचारों के बावजूद यह गठबंधन अस्तित्व में आया और वह भी भाजपा की जिम्मेदारी थी क्योंकि हम दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थे और इसलिए पार्टी पर राज्य एवं उसके लोगों को लोकतांत्रित सरकार मुहैया कराने की जिम्मेदारी थी.
सिंह ने कहा, \'\'जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए हमने राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठते हुए (पीडीपी के साथ) एक गठबंधन किया.\'\'
उन्होंने कहा, \'\'दोनों पक्षों ने विकास के व्यापक मुद्दों पर प्रतिबद्ध रहने की सहमति जतायी है. हमने हमेशा ही जम्मू, लद्दाख और कश्मीर के समान विकास पर जोर दिया है. यह समान विकास जम्मू कश्मीर में चिंता का विषय रहा है.\'\'
उन्होंने यहां चल रही प्रदेश कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के बारे में कहा कि ऐसी बैठकें एक व्यवस्था का हिस्सा हैं..जो आत्मविश्लेषण का एक मौका प्रदान करती है..और यह राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं द्वारा आने वाले महीनों और वर्षों में अपनाये जाने वाली रूपरेखा पर विचार करने का भी एक मौका प्रदान करती है.\'\'
पीडीपी के साथ कई मुद्दों पर मतभेद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, \'\'हमारे पास न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर एक समन्वय समिति है जैसा कि बार-बार दोहराया गया है.\'\'
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