बेंगलूरू में केजरीवाल का प्राकृतिक उपचार शुरू

Last Updated 05 Mar 2015 07:39:14 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी पुरानी खांसी और अन्य व्याधियों के उपचार के लिए बेंगलुरू के बाहरी इलाके में स्थित एक प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान में भर्ती हुए.


बेंगलूरू में केजरीवाल का प्राकृतिक उपचार शुरू (फाइल फोटो)

दोपहर को बेंगलुरू के हवाईअड्डे पर अपने माता पिता के साथ पहुंचे आम आदमी पार्टी नेता ने सीधा शहर के बाहरी इलाके में तुमकूरू मार्ग पर स्थित जिंदल नेचर केयर इंस्टीट्यूट का रूख किया.

एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि केजरीवाल को प्राकृतिक पथ्य दिया जाएगा जिसमें उनकी खांसी को दूर करने के लिए और उनके शरीर से विषैले तत्वों को दूर करने के लिए डिटॉक्सिफिकेशन थेरेपी दी जाएगी तथा अन्य तरह से उपचार किया जाएगा.

इंस्टीट्यूट की मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. बबिना नंदकुमार ने बताया, \'\'उन्हें शरीर से विषैले तत्वों की निकासी की उपचार पद्धति से गुजरना होगा खास कर उनकी खांसी के लिए उन्हें विभिन्न तरह की उपचार प्रक्रियाओं से गुजरना होगा.\'\'

उन्होंने बताया कि उनके रोग को नियंत्रित करने के लिए उनके घर लौटने के बाद भी उन्हें एक खास रूटीन (नियमित अभ्यास) पर चलना होगा.

सीएमओ ने कहा, \'\'वह यहां 10 दिनों के लिए हैं, ऐसे में हम उन्हें एक खास रूटीन पर रखेंगे ताकि वह आगे भी इसका पालन कर सकें.. यदि वह वास्तव में अपने रोग को काबू में करना चाहते हैं तो यहां जो कुछ भी वह सीखते हैं, घर वापसी पर उन्हें नियमित तौर पर इसे अभ्यास में बनाए रखना होगा.\'\'

नंदकुमार ने बतया कि केजरीवाल की व्याधियों का पता लगाने के लिए उनकी पूरी जांच की जरूरत होगी. उन्होंने कहा, \'\'हमें उनका पूरा परीक्षण करना होगा और इसके लिए जो कुछ भी जांच जरूरी होगी वह किया जाएगा. तभी मैं इस निष्कर्ष पर पहुंच सकती हूं कि वह वास्तव में किस बीमारी से पीड़ित हैं.\'\'

उन्होंने बताया, \'\'पिछली बार जब वह यहां आए थे तब उन्हें पुरानी खांसी की कोई समस्या नहीं थी. वह मधुमेह के उपचार के लिए आए थे.\'\' उपचार के बारे में बबिना ने बताया, \'\'प्राकृतिक उपचार पद्धति दवाईयों के बगैर उपचार पद्धति है, इसमें किसी भी तरह की दवाई का प्रयोग नहीं किया जाता. हमारा मानना है कि प्राकृतिक उपचार वही है जिसमें शरीर से विषैले तत्वों को दूर किया जाता है जो कि बीमारियों की जड़ होती है.\'\'

उन्होंने कहा, \'\'इसलिए यदि कोई मरीज यहां आता है तो हम उसके शरीर से विषैले तत्वों को दूर करते हैं. एक बार शरीर से विषैले तत्वों के शरीर से अलग हो जाने के बाद सारे अंग फिर से क्रियाशील हो जाते हैं और प्रभावी तरीके से काम करने लगते हैं.\'\'

केजरीवाल इसी इंस्टीट्यूट में 2012 में 10 दिनों के लिए मधुमेह के उपचार के लिए भी आए थे. उस वक्त उनके साथ उच्च रक्तचाप की शिकायत से पीड़ित भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले अन्ना हजारे भी थे.

दिल्ली में कुछ सप्ताह पहले दिल्ली पुलिस के \'ऐट होम\' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उनकी पुरानी खांसी के उपचार के लिए बेंगलुरू के जाने माने इंस्टीट्यूट में योग चिकित्सा पद्धति लेने की सलाह दी थी.

आप में जारी अंदरूनी तनाव के बीच केजरीवाल ने कल दिल्ली में आयोजित बैठक में हिस्सा नहीं लिया था जहां पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सदस्यों ने इसके संस्थापक सदस्यों योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से हटाने के पक्ष में मतदान किया था. पीएसी पार्टी की फैसला लेने वाली एक महत्वपूर्ण इकाई है.

 



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