विशेष सुविधाएं चाहिए तो पाक जाएं मुसलमान: शिवसेना
शिवसेना ने कहा है कि भारत में रहने वाले मुसलमान यदि धार्मिक आधार पर विशेष सुविधाएं चाहते हैं, तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए.
शिवसेना का मुखपत्र सामना (फाइल फोटो) |
पार्टी ने मंगलवार को अपने मुखपत्र सामना में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे इस देश से कुछ चाहते हैं, तो उन्हें भारत को अपनी मातृभूमि स्वीकार करना होगा और वंदे मातरम् कहना होगा. अपने मजहब से चिपककर वे आजादी की मांग नहीं कर सकते.
शिवसेना ने महाराष्ट्र में मराठियों की तर्ज पर मुसलमानों को विशेष दर्जा दिए जाने संबंधी अखिल भारतीय मजलिस इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएस) की माँग पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि ऐसी माँग कर रहे मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिये. एआईएमआईएस प्रमुख असासुद्दीन ओवैसी के रविवार को दिए गए भाषण के संबध में शिवसेना की ओर से यह प्रतिक्रिया आई है.
पार्टी के मुखपत्र सामना में मंगलवार को पार्टी ने कहा कि मुसलमानों को भारत के प्रति अपनी निष्ठा दिखानी चाहिए ओर विशेष दर्जे की मांग नहीं करनी चाहिए. पार्टी ने कहा कि मुसलमान धर्म के आधार पर आरक्षण की मांग कर रहे हैं जबिक आरक्षण लोगों की सामाजिक हैसियत के आधार पर दिया जाना चाहिए. पार्टी ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है किसी भी मुसलमान को उसकी आर्थिक हैसियत के आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए न कि धर्म के आधार पर.
पार्टी ने सभी से लोगों से देश की विकास के लिए वोट बैंक और आरक्षण की नीति से दूर रहने को कहा है. शिवसेना ने ओवैसी की मांग के प्रति आगाह करते हुये कहा है कि हिन्दू विरोधी कट्टर मुसलमानों के इस रवैये के फलस्वरूप ही देश का विभाजन हुआ था और एक अलग देश पाकिस्तान बना था.
पत्र के संपादकीय में शिवसेना ने कहा है कि मुसलमानों को समान नागरिक संहिता को अपनाना होगा और धारा 370 की मांग को छोडना होगा. ओवैसी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना ने कहा कि ऐसे नेता अपनी गंदी राजनीति से मुसलमानों को बरगलाते हैं और उनकी सोचने समझने की शक्ति को खत्म करते है.
शिवसेना ने ओवैसी के विवादास्पद भाषण की जाँच कराने की माँग की है और मुख्यमंत्री से जल्द ही इस पर कार्रवाई करने को कहा है.
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