परिजनों को अफजल गुरू के अवशेष को नहीं सौंपेगा गृह मंत्रालय

Last Updated 03 Mar 2015 01:26:53 PM IST

गृह मंत्रालय ने अफजल गुरू के अवशेष और चीजों को वापस करने की पीडीपी की मांग को खारिज कर दिया है.


परिजनों को अफजल गुरू के अवशेष को नहीं सौंपेगा गृह मंत्रालय (फाइल फोटो)

गृह मंत्रालय का कहना है कि अफजल गुरू के अवशेषों को देने से घाटी में शांति व्‍यवस्‍था बाधित हो सकती है. तत्‍कालीन परिस्थितियों को देखते हुए अफजल को फांसी देकर उसके शव को तिहाड़ जेल में ही दफना दिया गया था.

पीडीपी ने अफजल गुरू की फांसी को गलत बताते हुए इसकी निंदा की है. पार्टी का आरोप है कि इस मामले में केंद्र सरकार ने नियमों और कानूनों की पूरी तरह से अनदेखी की.

जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा की सरकार बनने के बाद पीडीपी ने अफजल गुरू की सभी चीजों को वापस करने की केंद्र सरकार से मांग की थी. राज्य के एक विधायक ने इस तरह के एक पत्र को कई जगहों पर बांटा है.

इस तरह का पत्र केबिनेट मंत्री और पीडीपी के प्रवक्ता नईम अख्तर ने लिखा है. इस पत्र के अंत में अख्तर के हस्ताक्षर भी हैं. अफजल गुरू की फांसी को गलत बताने वालों में सिर्फ पीडीपी ही शामिल नहीं है.

पूर्व की यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे शशि थरूर ने भी गुरू की फांसी पर सवाल उठाते हुए उसको गलत बताया था. जेल प्रशासन का कहना है कि अब अफजल का शव निकालकर देना संभव नहीं है. अफजल गुरू को संसद पर हमले के मामले में दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी.

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अफजल गुरू का अवशेष राजनीतिक कारणों से मांगा जा रहा है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है. यहां तक कि उसके परिवार को भी नहीं सौंपा जा सकता है क्योंकि अफजल गुरू का पार्थिव शरीर जेल के नियम-कानूनों के अनुसार ऐसी कब्र में दफनाया जा चुका है, जिसे चिह्नित नहीं किया जा सकता है.

गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पीडीपी विधायकों ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु के अवशेषों की मांग की थी. पीडीपी विधायक खलील बन ने कहा है कि सरकार ने अफजल गुरु को गलत क्रम में फांसी दी. उसका नंबर 28 था पर 27 नंबर वाले को छोड़कर उसे फांसी पर लटकाया गया. उन्होंने कहा कि उसके साथ अन्याय हुआ. फिर उसके परिजनों को शव नहीं सौंपा गया यह उसके परिजनों के साथ नाइंसाफी है.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment