बजट की मंशा सही लेकिन रोडमैप नहीं : मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के पहले संपूर्ण बजट को अच्छी मंशा वाला बताया है लेकिन कहा है कि इसमें की गई घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए पर्याप्त रोडमैप नहीं बताया गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (फाइल फोटो) |
सिंह ने वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा आज लोकसभा में पेश बजट पर कहा कि इसमें मौजूदा सरकार के अच्छे इरादे दिखाई देते हैं लेकिन इरादे जाहिर करना एक बात है और उन्हें ठोस कार्ययोजना में क्रियान्वित करना अलग बात है. इसमें क्रियान्यवन का जरूरी रोडमैप नहीं है. उन्होंने कहा कि बजट में कई कोष की स्थापना की घोषणा की गई है लेकिन उन पर अमल की ठोस योजना नहीं बताई गई है.
नब्बे के दशक में नई आर्थिक नीति शुरू करने वाले डा. सिंह ने कहा कि जेटली बहुत भाज्ञशाली वित्त मंत्री हैं. उन्हें अपेक्षाकृत अच्छी अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है. उन्होंने कहा कि मुद्रा स्फीति नियंत्रण में है लेकिन यह किसी के करने से नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल तथा दूसरी वस्तुओं के दाम गिरने से हुआ है.
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि वित्त मंत्री इस अच्छे समय का उपयोग अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए करेंगे. बजट प्रावधानों से कुल कर राजस्व में केवल 15 हजार करोड रूपये की बढोतरी होगी लेकिन 15-16 लाख करोड रूपये के बजट में यह राशि क्या मायने रखती है.
उन्होंने कहा कि कषि क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्र पर भी उचित ध्यान नहीं दिया गया है. उनके अनुसार यूपीए सरकार के कार्यकाल में कृषि क्षेत्र में अच्छा काम हुआ था लेकिन पिछले एक वर्ष में इसमें इस पर दबाव बढा है. बजट में इससे निपटने के लिए कोई उपाय नहीं किये गये हैं.
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