धर्मांतरणः PM की धमकी से भी नहीं मान रहे नेता, अब सिंघल के बयान से मचा बवाल
धर्मांतरण पर विवादित बयानों से दुखी पीएम मोदी की धमकी का कोई असर नहीं दिख रहा. संघ प्रमुख के बाद विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल ने विवादित बयान देकर फिर बवाल मचा दिया है.
PM की धमकी से भी नहीं मान रहे नेता! (फाइल फोटो) |
ऐसे में विपक्ष को एक और मौका मिल गया है कि अब मोदी क्या करेंगे?
मोदी ने संघ नेताओं के साथ हुई बैठक में कहा था कि विवादित बयानों के कारण अगर सरकार की छवि खराब हुई तो वह अपने पद पर बने रहने से सहमत नहीं होंगे.
मोदी के इस कड़े रूख के बाद संघ ने सरकार को विवादित बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए हरी झंडी दे दी लेकिन अगले ही दिन खुद भागवत और फिर सिंघल ने ऐसे ही विवादित बयान दे डाले.
शनिवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने धर्मांतरण के पक्ष में बयान दिया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र बनाना है.
रविवार को विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता अशोक सिंघल ने एक कदम आगे बढ़कर बयान दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया में ईसाई और मुस्लिमों के कारण ही युद्ध होते हैं.
वीएचपी के धर्मांतरण कराने के अभियान का बचाव करते हुए सिंघल ने कहा कि हम धर्म परिवर्तन कराने नहीं दिल जीतने निकले हैं.
ईसाई समुदाय की मांग, मोदी दे स्पष्टीकरण
पीएम मोदी की मुश्किले तब और बढ़ गई जब सिंघल के बयान के ठीक बाद ईसाई समुदाय की ओर से भी मोदी के बयान की मांग उठ गई.
दिल्ली कैथलिक चर्च के प्रवक्ता सबरीमुत्तू ने कहा कि पीएम मोदी को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए, जिससे ईसाई समुदाय खुद को सुरक्षित महसूस कर सके.
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