सत्यार्थी ने आतंकवादियों से बच्चों को निशाना ना बनाने की अपील की
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने पेशावर के स्कूल में किए गए आतंकी हमले को ‘पापकर्म’ बताते हुए आतंकवादियों से बच्चों को निशाना ना बनाने की अपील की
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी (फाइल फोटो) |
उन्होंने वैश्विक समुदाय से आतंकवाद को हराने के लिए एकजुट होकर काम के लिए कहा.
एक हफ्ते पहले पाकिस्तान की किशोर बाल अधिकार कार्यकर्ता मलाला युसूफजई के साथ नोबेल शांति पुरस्कार ग्रहण करने वाले सत्यार्थी ने पेशावर के आतंकी हमले को मानवता के सबसे काले दिनों में से एक बताया.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भले ही शारीरिक रूप से वहां मौजूद नहीं हूं लेकिन मेरा दिल पेशावर में है जहां यह घटना हुई. यह दुनिया के इतिहास में हुई सबसे दुखद घटना है.’’
सत्यार्थी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान में जो हो रहा था, जब मुझे उसके बारे में पता चला तो मेरी पहली प्रतिक्रि या थी कि वे आतंकवादी मेरे उन 400 बच्चों को छोड़ दें और उनकी जगह मुझे बंधक बना लें. लेकिन तब तक हमें पता चला कि 100 से अधिक बच्चों को मारा जा चुका है.’’
इस बर्बर घटना पर आक्रोश जताते हुए सत्यार्थी ने आतंकवादी समूहों से मासूमों की जान बख्शने की अपील की.
उन्होंने कहा, ‘‘ये पापकर्म है और किसी भी धर्म के खिलाफ है.’’
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