राजनाथ ने कहा- हाथ मिलाना काफी नहीं, दिल मिलने चाहिए

Last Updated 28 Nov 2014 09:02:30 PM IST

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सार्क सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के हाथ मिलाने पर कहा कि यह काफी नहीं है.


गृह मंत्री राजनाथ सिंह (फाइल)

जम्मू कश्मीर के उरी, कुपवाड़ा और पहलगाम में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि सिर्फ हाथ मिलाना काफी नहीं है, दिल भी मिलने चाहिए.
    
राज्य में छह चरण में चल रहे विधानसभा चुनाव के दो दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पूर्व चुनाव प्रचार के लिए श्रीनगर आए राजनाथ का शुक्रवार को अनंतनाग जिले में पहलगाम और कुपवाड़ा में उरी और करनाह में चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह वहां नहीं पहुंच पाए इसलिए उन्होंने टेलीफोन से रैली को संबोधित किया.
    
सिंह ने कहा कि राज्य को आतंकवाद की छाया से बाहर निकालना होगा क्योंकि सीमावर्ती राज्य में वर्षों की हिंसा के कारण इसे ‘जहन्नुम’ नहीं बनने दिया जाएगा.
    
उन्होंने इन तमाम वर्षों में कश्मीर को विकास से महरूम रखने, राज्य को विकास की दौड़ में दशकों पीछे धकेलने और सिर्फ चुनाव के दौरान लोगों के वोट बटोरने के लिए विकास का मुद्दा उठाने वाले राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लिया.
    
उन्होंने कहा कि कश्मीर को हथियारों की छाया से बाहर निकालना होगा और इसे जहन्नुम में बदलने नहीं दिया जाएगा.
    
गृह मंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल अपने वोट सुनिश्चित करने के लिए राज्य की जनता में भय पैदा कर रहे हैं. वह जब सत्ता में थे तो राज्य के विकास का मुद्दा भूल गए थे और चुनाव के दौरान यह मामला उठा रहे हैं.
    
उन्होंने लोगों से कहा कि जम्मू कश्मीर में ऐसी सरकार लाइए, जो आपको डराए नहीं, बल्कि सम्मान के साथ आपके अधिकार आपको दे.
    
सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से हाथ मिलाया. मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और हम उसके साथ अच्छे रिश्ते रखना चाहते हैं. यह हमारी दिली ख्वाहिश है.
    
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की इस टिप्पणी को याद करते हुए कि आप दोस्त बदल सकते हैं पर पड़ोसी नहीं बदल सकते, उन्होंने पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों की वकालत की.
    
उन्होंने कहा कि एक अच्छे हमसाए की तरह व्यवहार करते हुए, हमारे प्रधानमंत्री ने बाढ़ के समय पाकिस्तान की मदद करने की पहल की, लेकिन पाकिस्तान ने वह पेशकश ठुकरा दी. इसकी बजाय उन्होंने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका नतीजा यह हुआ कि हमारे पांच छह लोगों की जान चली गई.
    
भाजपा नेता ने कहा कि एक मौका दीजिए उनकी पार्टी आतंकवाद का मुद्दा हल करेगी और कश्मीर घाटी को उसका खोया गौरव लौटाएगी.
    



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