एएमयू वीसी ने स्मृति ईरानी को लिखा खत, सियासत हुआ गर्म
एएमयू के वाइस चांसलर ने मानव संसाधन विकास मंत्री को खत लिख कर यूनिवर्सिटी के अंदर भाजपा के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है.
स्मृति इरानी (फाइल) |
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के वाइस चांसलर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल जमीरुद्दीन शाह ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को लिखे अपने खत लिखा है कि कार्यक्रम की वजह से सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका जताई है.
वहीं वीसी जमीरुद्दीन के स्मृति इरानी को लिखे खत पर एनसीपी के तारीक अनवर ने कहा कि तनाव पैदा करने लिए ध्रुवीकरण करना भाजपा की नीति है.
दरअसल भाजपा ने एक दिसंबर को एएमयू को जमीन दान करने वाले जाट राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की 128वीं जयंती मनाने की इच्छा जताई थी जिसका एएमयू ने विरोध किया है. एएमयू ने इस बारे में मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर चेताया है कि स्थानीय भाजपा नेता कैम्पस में साम्प्रदायिक कलह को बढ़ावा दे रहे हैं.
यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीरूद्दीन शाह ने पत्र में कड़े शब्दों में स्थानीय भाजपा नेताओं की जाट राजा महेन्द्र प्रताप की जयंती मनाने की मांग का विरोध किया है.
उन्होंने लिखा कि, इस समारोह से एएमयू में छात्रों के बीच तनाव हो सकता है. कुलपति ने मामले को सुलझाने के लिए भाजपा नेताओं और अखिल भारतीय विद्याथी परिषद्(एबीवीपी) से मुलाकात की है. लेकिन भाजपा नेता अपने रूख पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि अगर यूनिवर्सिटी इसकी अनुमति नहीं देती तो वे प्रदर्शन करेंगे.
इस मामले में एएमयू के अध्यापकों का कहना है कि मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है. सभी जानते हैं कि यूनिवर्सिटी का निर्माण राजा महेन्द्र समेत हजारों लोगों की दान की गई जमीन पर किया गया है. इसके चलते किसी एक की जयंती मनाना और अन्य की अनदेखी करना ठीक नहीं होगा.
वहीं इस मामले पर अब राजनीति भी तेज हो गई है. भाजपा ने एएमयू के इस फैसले का विरोध किया है, वहीं समाजवादी पार्टी समेत कई दूसरे संगठन कार्यक्रम के विरोध में उतर आए हैं.
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