लंबी जद्दोजहद के बाद लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष के नेता वाली सीट आवंटित
मल्लिकार्जुन खड़गे को यद्यपि विपक्षी नेता का दर्जा नहीं दिया गया लेकिन उन्हें लोकसभा में विपक्षी बेंच की तरफ उपाध्यक्ष के बगल वाली वही सीट आवंटित की गई है जो आमतौर पर नेता प्रतिपक्ष को दी जाती है.
आखिर कांग्रेस को मिली विपक्षी सीट (फाइल फोटो) |
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा तय की गई व्यवस्था के तहत मल्लिकार्जुन खड़गे जो लोकसभा में कांग्रेस के नेता हैं, अगली पंक्ति में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और जनता दल सेक्युलर के प्रमुख एच डी देवगौड़ा के साथ बैठेंगे.
बैठने की व्यवस्था के साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों के डिवीजन नम्बर भी आवंटित किये.
सोमवार से जब संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होगा तो सीटों के आवंटन के अनुसार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी मां के पीछे दूसरी कतार में बैठेंगे.
सदस्यों को डिवीजन नम्बर आवंटित किए गए हैं ताकि सदन में वोटिंग हो तो वो अपनी आवंटित सीट से अपना वोट कर सकें.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह को सत्ता पक्ष के तरफ अगली पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ठीक बगल वाली सीट दी गई है. उनके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीट होंगी.
सता पक्ष की तरफ पांच नम्बर की सीट को खाली रखा गया है जबकि छह नम्बर सीट सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को आवंटित की गई है.
कानून मंत्री सदानंद गौड़ा, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार के अलावा मंत्रिमंडल में शिवसेना का प्रतिनिधित्व करने वाले अनंत गीते, तेदेपा के अशोक गजपति राजू और लोजपा के राम विलास पासवान भी सत्ता पक्ष की तरफ अगली कतार में बैठेंगे.
विपक्षी बेंचों की तरफ बीजद के भर्तृहरि महताब और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय भी अगली पंक्ति में होंगे. पहली पंक्ति में ही अन्नाद्रमुक के पी वेणुगोपाल भी बैठेंगे.
पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती दूसरी पंक्ति में कांग्रेस के कमल नाथ, एनसीपी के तारिक अनवर, कांग्रेस के राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठी नजर आयेंगी. कैप्टन अमरिंदर सिंह लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता हैं.
माकपा के मुखर नेता मोहम्मद सलीम, जदयू के कौशलेन्द्र कुमार के साथ विपक्ष की तरफ तीसरी पंक्ति में होंगे.
सीट आवंटन के बारे में घोषणा संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने के दो दिन पहले हुई है. सोलहवीं लोकसभा गठित होने के बाद से सीट आवंटन की इस कवायद में तकरीबन छह महीने लगे हैं.
543 सदस्यीय लोकसभा में कांग्रेस के सिर्फ 44 सदस्य हैं. सदन में यह इस पार्टी की अब तक की सबसे कम संख्या है. पार्टी सदस्यों की इस संख्या के चलते उसे लोकसभा में विपक्ष के नेता का दर्जा भी हासिल नहीं हो सका है.
इस पद को पाने के लिए 55 सीट होनी चाहिए.
कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा 37 सदस्य अन्नाद्रमुक के हैं, जबकि तृणमूल कांग्रेस के 33 और बीजू जनता दल के 20 सदस्य हैं.
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