झारखंड में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, प्रदेश को परिवारवाद से मुक्ति दिलायें

Last Updated 21 Nov 2014 11:02:02 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड को भ्रष्टाचार परिवार वाद और भाई भतीजावाद से मुक्त कराने का आह्वान करते हुए कहा कि इनसे मुक्त होने पर इसमें देश का अव्वल राज्य बनने की क्षमता है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

मोदी ने शुक्रवार को डाल्टनगंज में भाजपा की एक विशाल चुनावी सभा में कहा कि झारखंड को परिवारवाद, भाई भतीजावाद और बाप-बेटा से मुक्त कराना होगा क्योंकि इससे राज्य का भला नहीं है.

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार मे बैठे लोग भ्रष्टाचार में डूबे हैं और इस प्रदेश को इन लोगों ने लूटा है लेकिन इनमें शर्म का नामो निशान नहीं है. उन्होंने कहा कि झारखंड को भ्रष्टाचार, परिवारवाद और भाई भतीजावाद से बचाया जाए तो यह प्रदेश देश का नम्बर एक राज्य बन सकता है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें झारखंड की सेवा करनी है और इसके लिए यहां की जनता उन्हें अवसर दे.

उन्होंने कहा कि वह इसलिए आए हैं क्योंकि यहां के आदिवासियों, गरीबों और झारखंड के गांवों का उन्हें भला करना है. उन्होंने कहा कि झारखंड में ऐसी सरकार है जो कहती है कि केन्द्रीय मंत्रियों को घुसने नहीं देंगे. गुजरात के जब वह मुख्यमंत्री थे तो इस समय दिल्ली सरकार नुकसान करती थी तब उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि दिल्ली की सरकार को आने नहीं देंगे. लेकिन झारखंड सरकार को डर है कि मोदी के मंत्री जब यहां आएंगे तो भ्रष्टाचार की पूरी पोल खुल जाएगी.

मोदी ने कहा कि झारखंड में केन्द्रीय मंत्रियों के गाड़ियों पर हमला किया जा रहा है. उन्हें मारने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में काम करने वाले लोग कान खोल कर सुन लें. लोकतंत्र मे किसी का अहंकार नहीं चलता है और ताकत के जोर पर दुनिया को डराया नहीं जा सकता है. जनता जब देती है तो छप्पर फाड़ कर देती है और लेती है तो लूट भी लेती है.

उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना लागू की गयी है. किसानों के काम किये जा रहे हैं. नदियों के जोड़ने का काम आगे बढ़ाया जा रहा है. कोयले से मिलने वाली रॉयल्टी पर राज्य सरकारों का अधिकार होगा. भवनाथपुर में बिजली कारखाना का शिलान्यास हुआ और इसका काम आगे नहीं बढ़ा और 1992 से यहां के सीमेंट कारखाना बंद है, इस स्थिति को बदलना है.

मोदी ने कहा कि जातिवाद, प्रांतवाद और अपने पराये से एक बार मुक्त होकर विकास के रंग में रंग जायें और भाजपा की सरकार बनायें. इससे गांव का विकास होगा, गांव को बिजली, पानी मिलेगी और माताओं-बहनों का जीने का सम्मान मिलेगा.

उन्होंने कहा कि वह माता -बहनो के लिये शौचालय बनवा रहे हैं, स्कूली बच्चियों के लिये स्कूल में अलग से शौचालय बनाना है. इन छोटे कामों में पुरानी सरकार को शर्म आती थी लेकिन हमें छोटी-छोटी बुराइयों से बाहर निकालना है. देश के लोग इतने ताकतवर हैं कि वह भारत को कहीं से कहीं ले जायेंगे. 

मोदी ने कहा कि उन्होंने गरीबों के लिये जन-धन योजना बनाई. चालीस साल पहले कांग्रेस ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया और कहा कि बैंकों का पैसा गरीबों के काम आना चाहिये लेकिन इतने वर्षों में किसी गरीब को बैंक के दरवाजे पर नहीं देखा जा सका. उन्होंने कहा कि जो काम 60 वर्ष में नहीं हो पाया, सरकार ने जन-धन योजना के तहत 60 दिनों में वह काम कर दिखाया और सात करोड़ से ज्यादा खाते खुल गये. बिना पैसे खाता खोलने का आदेश दिया गया था लेकिन गरीबों का दिल कितना अमीर है कि उन्होंने खाते में सात हजार करोड़ रुपया जमा कराये.

मोदी ने कहा कि अब गरीबों को सरकारी लाभ का पैसा सीधे खातों में जायेगा और बिचौलियों का कारोबार बंद होगा. उन्होंने कहा कि जन-धन योजना में अकस्मात मौत पर एक लाख रुपये की राशि मिलेगी और इलाज के लिये तीस हजार तक का खर्च सरकार उठायेगी.

उन्होंने कहा कि देश में उद्योगों को बढ़ाने के लिये विदेशी लोगों को भी आह्वान किया गया है कि वह आये, रेल की पटरी लगायें और रेल चलायें.

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विदेश यात्रा पर जब थे तब भी हिन्दुस्तान के गांव और गरीब उनके दिल में थे. इसलिये ऑस्ट्रेलिया के यूनिवर्सिटी में जाकर उन्होंने वहां के वैज्ञानिकों से कहा कि भारत में एक एकड़ भूमि में जितनी पैदावार होनी चाहिये. उतनी पैदा नहीं होती है. प्रति एकड़ उत्पादन कैसे बढ़े इस काम को आगे बढ़ाने का काम किया. झारखंड और भारत के किसान का पैदावार जब बढ़ेगी तब किसान खुशहाल होगा.

उन्होंने कहा कि केले में भी विटामिन ए और लौह तत्व प्रचुर मात्रा हों इसके लिये भी ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक शोध का काम करें क्योंकि यह फल अमीरों का नहीं बल्कि गरीबों का है और गरीब भी इसे खाते है. विटामिन ए और लौह तत्व से माता-बहनें प्रसूति के समय सबल शिशुओं का जन्म दें और बच्चा आंखों की बीमारी से भी बचेगा.

मोदी ने कहा कि वह जब जापान गये तो वहां के नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक के प्रयोगशाला में गये और उनसे आदिवासियों में सदियों से चली आ रही एक बीमारी पर शोध करने और इसके लिये दवा बनाने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों में यह बीमारी मां-बाप से बच्चों में आती है. यह सिकल सेल की गंभीर बीमारी है. महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड के आदिवासी सिकल सेल की बीमारी से मुक्त हो. इसका वह प्रयास कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड में जितने प्राकृतिक संसाधन और कोयला है उतना ही ऑस्ट्रेलिया में प्राकृतिक संसाधन और कोयला है. दोनों का भूभाग लगभग बराबर है. इसके बावजूद झारखंड गरीब है क्योंकि यहां ऐसी सरकार मिली है. जिसने लोगों के सपनों को चूर-चूर कर दिया है.

उन्होंने कहा कि विदेश से लौटने के बाद उनकी पहली सभा पलामू की धरती पर है. यह धरती बिरसा मुंडा, नीलाम्बर, पीताम्बर और राजा मेदनीराय की धरती है. ऐसे बलिदानी लोग इस धरती पर पैदा हुये हैं. वह इस धरती को नमन करते है.

उन्होंने कहा कि वह जब पिछली बार आये थे तो खुद चुनाव लड़ रहे थे. केन्द्र में सरकार बनाने के लिये. उस समय इस मैदान का पिछला हिस्सा खाली था लेकिन इस बार पिछली बार की तुलना में दोगुना भीड़ है. जब मैदान का पिछला हिस्सा खाली था तब आपने भाजपा को यहां से जिताया था और जब इस बार आप दोगुनी संख्या मे आये है तो इससे विधानसभा चुनाव के हवा कर रुख का अंदाज आ जाता है.

मोदी ने कहा कि दो दिन बाद विधानसभा चुनाव के लिये मतदान है. आपसे आग्रह है कि झारखंड के भाग्य को बदलने के लिये भाजपा की सरकार बनाने और सेवा करने का अवसर दें.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गुजरात में आदिवासियों की संख्या ज्यादा है और इन प्रदेशों में भाजपा को जीत मिली थी और अब झारखंड की बारी है.

उन्होंने लोगों से दो-तीन दिन तक जागरूक बने रहने और पूरी ताकत से मतदान कर राज्य में अच्छी सरकार बनाने और भाजपा को सेवा करने का मौका देने का अनुरोध किया. इस अवसर पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास और पलामू के सांसद बी डी राम ने भी अपने विचार व्यक्त किये. इससे पहले पलामू जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने गुलदस्ता देकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया. 



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