सच्चा नेता गरीबों के पोंछता है आंसू: नरेन्द्र मोदी

Last Updated 25 Oct 2014 08:27:20 PM IST

प्रधानमंत्री ने नवजात शिशु और मां की मृत्यु दर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक सच्चा नेता गरीबों के आंसू पोंछने की मंशा से काम करता है.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवजात शिशुओं और मातृ मृत्यु दर को गहरी चिंता का विषय बताते हुए कहा कि उनकी सरकार स्वास्थ्य सेवा को सबसे गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए अपने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ अभियानों का इस्तेमाल प्रभावी तरीके से करना चाहती है.
     
मोदी ने सफाई और स्वच्छता पर जोर देते हुए कहा कि एहतियाती देखभाल समग्र स्वास्थ्य सेवा का एक महत्वपूर्ण घटक है और साथ ही यह बहुत सस्ती है.
     
उन्होंने कहा कि अपने देश की स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की तुलना विदेश में उपलब्ध सेवाओं से करना शर्मिंदगी वाला होगा. नवजात शिशुओं की मृत्यु बेहद चिंता का विषय है. साथ ही मातृ मृत्यु दर भी.
     
उन्होंने नवीनीकृत और आंशिक तौर पर नवनिर्मित एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद कहा कि जब कोई बच्चा बोरवेल में गिर जाता है, परिवार टेलीविजन के सामने बैठ जाते हैं और मीडिया आखों देखा हाल बताता है जबकि सभी जगह निराशा का महौल होता है लेकिन हमें शायद ही पता हो कि सैकड़ों बच्चे जन्म लेने के कुछ ही समय बाद दम तोड़ देते हैं. कई बार मां और बच्चे दोनों की मौत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा नहीं मिलने के चलते हो जाती है.

मोदी ने कहा कि वह सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ पहलों का इस्तेमाल प्रभावी साधन के तौर पर करना चाहते हैं.
      
इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी और रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी, बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर शामिल थे.
      
उन्होंने कहा कि आज जब एक अच्छी खासी सीमा तक चिकित्सकों की विशेषज्ञता की जगह नैदानिक मशीनों ने ले ली है, मैं चाहता हूं कि कंपनियां भारत में आयें और इलाज के लिए जरूरी कीमती मशीनों का निर्माण करें. मैं चाहता हूं कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश इस क्षेत्र में आये.
      
उन्होंने कहा कि यदि ऐसे अस्पताल सुदूर चिकित्सा के जरिये चिकित्सकीय सलाह मुहैया कराने वाले नेटवर्क का हिस्सा हों, तो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक पहुंचायी जा सकती है. इसके लिए डिजिटल इंडिया की मदद फायदेमंद होगी. मैं चाहता हूं कि डिजिटल इंडिया पहल का इस्तेमाल प्रभावी तरीके से चिकित्सा और शिक्षा में सुधार के लिए किया जाए.
    
स्वच्छ भारत अभियान पर जोर दे रहे मोदी ने कहा कि साफ-सफाई और ऐहतियाती देखभाल स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है.
    
उन्होंने कहा कि ऐहतियाती देखभाल स्वस्थ सेवा का महत्वपूर्ण तत्व है. बीमारी का उपचार खर्चीला होता है. स्वस्थ रहना खर्चीला नहीं हैं. अगर आप साफ पानी पीते हैं, आप कई बीमारियों से बचेंगे.
   
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राचीन काल में भारत ने विज्ञान के क्षेत्र में नयी उपलब्धियां हासिल की थीं.
 
उन्होंने कहा कि महाभारत में कहा गया है कि कर्ण का जन्म उनकी मां के गर्भ से नहीं हुआ. इसका अर्थ है कि उस दौरान लोग अनुवांशिकी विज्ञान के बारे में जानते थे. उस वक्त प्लास्टिक सर्जन भी रहे होंगे जिन्होंने गणेशजी को हाथी का सिर लगाया.
   
उन्होंने कहा कि गणितज्ञ आर्यभट्ट ने सदियों पहले जो बातें कही थीं, दुनिया उन्हें आज मान रही है.
   
मोदी ने कहा कि जैसा कि रिलायंस फाउंडेशन द्वारा 98 साल पुराने अस्पताल का ‘‘कायाकल्प’’ किया गया है, वैसे ही राष्ट्र का ‘‘नवीनीकरण और कायाकल्प’’ संभव है.
   
उन्होंने कहा, ‘‘एक सच्चा नेता गरीबों के आंसू पोंछने की मंशा से काम करता है .’’
   
प्रधानमंत्री ने कहा कि अच्छी सेहत सुनिश्चित करने का रास्ता स्वास्थ्य बीमा के मुकाबले बहुत कठिन है लेकिन इसे हासिल किया जा सकता है.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment