उमर ने मोदी को राहत और पुनर्वास की जानकारी दी, 44000 करोड़ रुपये वित्तीय मदद की मांग

Last Updated 23 Oct 2014 05:32:23 PM IST

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाढ़ प्रभावित राज्य में राहत और पुनर्वास अभियानों की स्थिति के बारे में जानकारी दी.




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (फाइल फोटो)

उन्होंने बाढ़ में तबाह क्षेत्रों का पुनर्निमाण करने के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग की.

प्रधानमंत्री गुरुवार दोपहर घाटी के बाढ़ पीड़ितों के बीच दिवाली का दिन व्यतीत करने के लिए श्रीनगर पहुंचे. हवाई अड्डे पर प्रदेश के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उनकी अगवानी की.

प्रधानमंत्री ने हवाई अड्डे पर बैठक की जिसमें राज्यपाल, मुख्यमंत्री और राज्य प्रशासन के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया. अधिकारियों ने बताया कि उमर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत एवं पुनर्वास अभियानों के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि उमर ने राज्य में बाढ़ से तबाह हुए क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र से उदार वित्तीय सहायता की मांग की.

राज्य में हालिया बाढ़ के बाद मोदी की जम्मू कश्मीर की यह दूसरी यात्रा है. राज्य में प्राकृतिक आपदा आने के बाद सात सितंबर को अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने पीड़ितों के पुनर्वास के लिए 1000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की पेशकश की थी.

उमर ने बुधवार को उम्मीद जताई थी कि प्रधानमंत्री बाढ़ प्रभावित लोगों के राहत के लिए 44000 करोड़ रुपये के पैकेज की राज्य सरकार की मांग को स्वीकार कर लेंगे.

हवाई अड्डे पर हालात का जायज़ा लेने के बाद मोदी हेलिकॉप्टर से राजभवन रवाना हो गए. वहां वह राजनैतिक दलों, व्यापारिक समुदाय और समाज के प्रतिनिधियों के साथ संवाद करेंगे.

कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने दावा किया कि उसके प्रतिनिधियों को उन लोगों की सूची से हटा दिया गया जिन्हें प्रधानमंत्री से मिलना था. कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री राज्य आर्थिक पुनर्निर्माण फोरम (एसईआरएफ) का घटक है.

केसीसीआई के एक सदस्य ने कहा, ‘‘वस्तुत: कुछ शरारत की गई है जो व्यापारिक समुदाय में गलत संकेत भेजेगा.’’

उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन ने केसीसीआई को सूचित किया था कि बैठक के लिए चैंबर के प्रतिनिधियों के नामों की सिफारिश की गई है लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने उन नामों को हटा दिया.

इससे पहले, प्रधानमंत्री सियाचिन में तैनात सैनिकों के बीच दिवाली बिताने के लिए सियाचिन ग्लेशियर गए. सियाचिन दुनिया का सर्वोच्च रणक्षेत्र है.

हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान उमर ने उन्हें जम्मू कश्मीर के पुनर्निर्माण और बाढ़ प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की बड़ी चुनौती के बारे में जानकारी दी.

उन्होंने ठंड का मौसम आने के मद्देनजर लोगों की समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान नहीं किए जाने पर उन्हें होने वाली कठिनाइयों का मुद्दा भी उठाया. उमर ने राज्य के लद्दाख और कश्मीर क्षेत्र में दिवाली बिताने के भाव प्रदर्शन के लिए मोदी का शुक्रिया अदा किया.

नसीर असलम और देवेंद्र राणा के नेतृत्व में नेशनल कान्फ्रेंस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीमा पार से गोलाबारी के कारण जम्मू क्षेत्र में लोगों को हो रही समस्याओं का मुद्दा उठाया. उन्होंने गोलाबारी के कारण लोगों के मकानों और फसलों को हुई क्षति के मद्देनजर पर्याप्त मुआवजे की मांग की. असलम और राणा पार्टी की क्रमश: कश्मीर और जम्मू इकाइयों के अध्यक्ष हैं.

पीएम ने की सहायता की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों की मरम्मत के लिए 570 करोड़ रूपये की घोषणा की.
     
इसी के साथ प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में बाढ़ से प्रभावित हुए छह प्रमुख अस्पतालों की मरम्मत के लिए 175 करोड़ रूपये की भी घोषणा की.



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