स्वयंवर स्थिति में बीजेपी, किसके साथ करेगी गठबंधन-'स्वाभाविक सहयोगी' शिवसेना या एनसीपी
शिवसेना को 'स्वाभाविक सहयोगी' बताकर बीजेपी ने संकेत दिया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन में एनसीपी की जगह वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले दल को तरजीह दे सकती है.
शिवसेना को तरजीह दे सकती है बीजेपी! (फाइल फोटो) |
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली ने उद्धव ठाकरे द्वारा फोन पर चुनावी सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को बधाई देने के संदर्भ में कहा यह एक 'संकेत' है दोनों दलों के बीच पुन: गठबंधन का.
जेटली ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा ‘‘..हमारे पास एक साथ दो प्रस्ताव हैं. शिवसेना स्वाभाविक सहयोगी है, एनसीपी ने बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है. महाराष्ट्र में सरकार बनाने में बीजेपी और शिवसेना का सहयोगी बनना स्वाभाविक रूप घटित होने वाली बात हो सकती है, लेकिन अगर कुछ कठिनाई पैदा होती है तो आपके पास एनसीपी के रूप में बिना शर्त समर्थन की पेशकश भी मौजूद है’’.
महाराष्ट्र मामलों के पार्टी प्रभारी ओम माथुर ने दावा किया कि विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए पार्टी के पास संख्या है लेकिन साथ ही कहा कि अगर 'स्वाभाविक सहयोगी' वापस आता है तो 'खुशी होगी'.
माथुर ने कहा, हम मानते हैं कि जो पार्टी वर्षों से हमारे साथ रही है एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में वापस लौटे लेकिन अगर वह नहीं लौटती है तो राजनीति में सभी विकल्प खुले होते हैं.
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास 122 सीट हैं जो बहुमत से 23 सीट कम है.
जेटली ने हालांकि कहा कि शिवसेना के साथ अभी खास बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन नि:संदेह तीन स्तरीय सरकार में से हम दो में सहयोगी हैं. यह तथ्य कि हम एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं, अपने आप में एक संकेत है’’.
केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शिवसेना शामिल है और मुंबई नगर निगम में भी दोनों दल सहयोगी हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह शरद पवार के नेतृत्व वाले दल एनसीपी से गठबंधन की संभावना को खारिज कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि बैक चैनल वार्ता तीन चार दिन जारी रहेगी और दिवाली के बाद स्थिति साफ होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम स्वयंवर की स्थिति में हैं और इसलिए बातचीत के बाद हमें एक उचित समय पर निर्णय करना है’’.
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