22 सीमा चौकियों, 13 गांवों में पाकिस्तान की भीषण गोलाबारी में 2 मरे

Last Updated 23 Aug 2014 08:03:28 AM IST

पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया गया. रात से लगातार की जा रही फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गयी.


पाकिस्तान की ओर से लगातार फायरिंग

पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 22 सीमा चौकियों और 13 गांवों में बिना किसी उकसावे के भीषण गोलाबारी की जिससे 2 नागरिक मारे गए और बीएसएफ के जवान सहित 6 घायल हो गए.

मध्यरात्रि के बाद पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन करते हुए पुंछ के हमीरपुर उपसेक्टर में और आरएस पुरा तथा अरनिया की पूरी सीमा पट्टी को निशाना बनाया गया. इसके तत्काल बाद आपात योजना के तहत सीमावर्ती गांवों में रहे 3000 से अधिक लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने फौरन पोजीशन ली और जवाबी कार्रवाई की. आज सात बजे तक दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी थी.

अधिकारी ने बताया ‘‘पाक रेंजरों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास जम्मू के अरनिया और आरएस पुरा उप सेक्टर में रात साढ़े बारह बजे से 82 मिमी के मोर्टार दागे और स्वचालित रायफलों से 22 सीमा चौकियों को तथा रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया.’’

आरएस पुरा के उप संभागीय पुलिस अधिकारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि पाकिस्तान सैनिकों की ओर से दागा गया एक मोर्टार जोरा फार्म में एक मकान पर गिरा जिससे छत ध्वस्त हो गई और अकरम हुसैन और उसके बेटे असलम की मौत हो गई तथा परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए.

सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में हुए संघषर्विराम समझौते के बाद से जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजरों की ओर से उल्लंघन किए जाने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.

पाकिस्तानी सैनिकों ने आज दो बार संघषर्विराम उल्लंघन किया. जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रणरेखा पर हमीरपुर उप सेक्टर में उन्होंने गोलीबारी की जिसका भारतीय सैनिकों ने समुचित जवाब दिया.

पाक रेंजरों ने कम से कम 13 सीमाई गांवों पर मोर्टार दागे जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रह रहे लोगों में दहशत फैल गई. इस संषर्घविराम उल्लंघन में बीएसएफ के एक जवान सहित 6 लोग घायल हो गए और 5 मकानों को नुकसान पहुंचा.

मोर्टार से सिया, जोर्धा फार्म, ट्रेवा, निकोवाल, पित्ताल, पिंडी, टॉप..2, गढ़ी, घराना, अब्दुल्लियां कोरोटना, कोरोटना खुर्द और विधिपुर जत्तन गांवों को निशाना बनाया गया.

घायलों में कोरोटना खुर्द निवासी अजय चौधरी और विधिपुर जत्तन की रानी देवी तथा बीएसएफ का एक जवान शामिल हैं.

जम्मू जोन के संभागीय आयुक्त शांत मनु ने बताया ‘‘सात से आठ गांवों के कम से कम 3000 लोग पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी के दायरे में आए. इन लोगों को जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर वहां से हटा कर अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.’’

उन्होंने बताया कि इन लोगों को बस्सूपुर बंगलो के रंगपुर स्थित सरकारी हाई स्कूल तथा आर एस पुरा में सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में जगह दी गई है. दोनों इमारतों की पहचान जिला प्रशासन ने पाकिस्तान से गोलीबारी के दौरान आपात योजना के तहत नागरिकों को ठहराने के लिए की थी.

अधिकारी ने बताया कि प्रशासन और पुलिस अधिकारी आर एस पुरा में ठहरे हुए हैं. वहां सीमावर्ती गांवों के लोगों को ठहराने के इंतजाम किए गए हैं.

जम्मू जिले में कल पल्लनवाला सेक्टर की चलका चौकी में नियंत्रणरेखा के पास पाक अधिकृत कश्मीर से आने वाली एक संभावित सुरंग का पता चलने के बाद यह गोलाबारी हुई.

पाकिस्तानी सैनिकों ने एक पखवाड़े में 16 बार और इस माह में 18 बार संघषर्विराम उल्लंघन किया है.
 
सुरंग की आशंका

उधर नियंत्रण रेखा के करीब एक संवेदनशील अग्रिम इलाके में शुक्रवार को जमीन का एक हिस्सा धंस गया जिसके बाद यह आशंका हो गयी है कि उस जगह पर सीमापार सुरंग थी.

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया, जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में भारतीय चौकी के निकट एक सीमा पार सुरंग होने की आशंका है, सेना ने मौके पर ही जांच शुरू कर दी है.

अधिकारी ने बताया, ‘‘इलाके में गश्ती के दौरान सैनिकों ने बृहस्पतिवार की रात चकला चौकी के नजदीक नियंत्रण रेखा पर सूरंगरेखा के पास अग्रिम इलाके में जमीन धंसा हुआ पाया.’’

अधिकारी ने बताया कि घंसने वाला यह स्थान उस जगह के करीब है जहां इस साल 22 जुलाई को आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी.

घटना में एक जवान और एक आतंकी की मौत हुयी थी.
 



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