नए उपकरणों का निर्माण करें आईआईटी छात्र:प्रणब
राष्ट्रपति भवन में पहली बार देश के सभी आईआईटी के निदेशकों और अध्यक्षों के सम्मेलन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी छात्रों से राष्ट्र और जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर नयी चीजों तथा उपकरणों के निर्माण का आह्वान किया.
प्रणब |
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने का भी आह्वान किया ताकि हम विश्व के सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक संस्थानों का मुकाबला कर सकें. उन्होंने इसके लिए आईआईटी कौंसिल से एक रोड मैप तैयार करने का भी निर्देश दिया.
मुखर्जी ने कहा कि आज हम दूसरे देशों के उपग्रह अपने यहां से छोड़ रहे हैं लेकिन अभी भी सुरक्षा उपकरणों से लेकर नोट के कागजों का भी हमें आयात करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि आईआईटी संस्थानों में ऐसे शोध एवं अनुसंधान होने चाहिए ताकि यह देश की प्रौद्योगिक जरूरतें पूरी हो सकें और इसके लिए हमें उद्योग जगत और अकादमिक जगत को आपस में जोड़ने पर अपना ध्यान पूरी तरह केन्द्रित करना होगा. सम्मेलन को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी संबोधित किया.
मुखर्जी ने विज्ञान प्रोद्यौगिकी तथा नए आविष्कारों की नीति को सफल बनाने के लिए आईआईटी,एनआईटी तथा केन्द्रीय विश्वविद्यालयों को आपस में मिलकर काम करने की भी सलाह दी.
उन्होंने डीजल इंडिया और स्किल्ड इंडिया बनाने के लिए आईआईटी कार्यक्रम को इसमें समाहित करने तथा स्किल ग्रिड बनाने का भी सुझाव दिया.
राष्ट्रपति ने देश के 16 आईआईटी संस्थानों में औसतन 37 प्रतिशत शिक्षकों की कमी पर चिन्ता भी व्यक्त की. साथ ही रैकिंग को सुधारने पर भी जोर दिया और आईआईटी के पूर्व छात्रों को भी जोड़ने की जरूरत बतायी.
मुखर्जी ने अगले वर्ष मार्च में होने वाले आविष्कार महोत्सव में सभी आईआईटी को भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया.
एक सप्ताह तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजन राष्ट्रपति भवन करेगा.
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