मुख्यमंत्रियों की हूटिंग स्वीकार्य नहीं, यह भाजपा और आरएसएस की सुनियोजित साजिश :कांग्रेस

Last Updated 21 Aug 2014 10:52:57 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में विपक्षी मुख्यमंत्रियों की हूटिंग की घोर निंदा करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह भाजपा और आरएसएस की सुनियोजित साजिश है.


कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा (फाइल फोटो)

कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा, ''प्रधानमंत्री गलती से इसके दोषी नहीं बल्कि इसे प्रोत्साहन देने की मंशा से भी दोषी हैं. सुनियोजित तरीके से भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ता राज्यों के जिस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री हिस्सा लेते हुए उसमें राज्यों के मुख्यमंत्रियों का अपमान करते हैं.''  जो संघीय भावना को ''चोट'' पहुंचा रहा है.

शर्मा ने कहा, ''किसी भी प्रधानमंत्री ने पूर्व में कहीं भी किसी भी मुख्यमंत्री का इस तरीके से अपमान नहीं किया है.''

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ''यह साफ तौर पर बताया जाना चाहिए कि जो हो रहा है वह अस्वीकार्य है. उन्हें (भाजपा) महसूस करना चाहिए कि अन्य लोग चुनाव में हार गए हों लेकिन वे बिना नेता या पार्टी कार्यकर्ता के नहीं हैं.''

उन्होंने कहा, ''ऐसा नहीं है कि कांग्रेस पार्टी, उसके नेता और कार्यकर्ता वैसा करने में सक्षम नहीं हैं. लेकिन कांग्रेस इसी तरह का हथकंडा अपनाने में विश्वास नहीं करती है क्योंकि वह संस्थाओं का सम्मान करती है जो प्रधानमंत्री का पद है. उसे किसी भी तरह की कमजोरी नहीं समझी जानी चाहिए.''

शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की संघीय भावना पर हमला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए मोदी, आरएसएस और भाजपा जिम्मेदार हैं जो किसी अन्य विचारधारा और पार्टी के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करते हैं.

पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि यह स्पष्ट है कि इस तरह के कृत्य जानबूझकर उन राज्यों में किए जाते हैं जहां चुनाव होने हैं ताकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी मुख्यमंत्रियों को गलत रूप में पेश किया जा सके. उन्होंने संकेत दिया कि पानीपत में 24 अगस्त को होने वाली अपनी जनसभा के जरिए पार्टी इस तरह की संवैधानिक हस्तियों के ''अपमान'' के मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाएगी.

उस सभा में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर करारा हमला करने की उम्मीद है क्योंकि कांग्रेस हुड्डा की मंगलवार को हुई हूटिंग को ''हरियाणा के अपमान'' के तौर पर पेश कर सकती है.

पार्टी सूत्रों ने कहा कि हुड्डा के भविष्य में मोदी के साथ सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने की बात कहने और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के नागपुर में प्रधानमंत्री के साथ कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने से इस मुद्दे पर संदेश चला गया है.

कांग्रेस ने जानबूझकर इस मामले में भाजपा पर हमले के अपने दायरे को व्यापक बनाया है और वह इसे सिर्फ कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों तक सीमित नहीं कर रही है बल्कि सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे मोदी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लें.

पार्टी महासचिव और हरियाणा के प्रभारी शकील अहमद ने कहा, ''विपक्षी मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री के ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल जरूरतों को पूरा किए बिना नहीं जाना चाहिए. प्रधानमंत्री मजबूत संघीय ढांचे और राज्यों को साथ लेकर चलने की बात करते हैं और खुद संघीय ढांचे को कमजोर कर रहे हैं.''

अहमद ने कहा, ''वह कहा करते हैं कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की टीम विकास लाएगी लेकिन इस मामले में कप्तान ही टीम के अन्य सदस्यों की प्रतिष्ठा कम कर रहा है.''

हालांकि, कांग्रेस ने इसपर कुछ भी नहीं कहा कि क्या पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्रियों के हिस्सा नहीं लेने के लिए कोई संदेश भेजा है. पार्टी ने कहा कि इस तरह का कुछ कहने की जरूरत नहीं है क्योंकि कांग्रेसी मुख्यमंत्री परिपक्व और अनुभवी नेता हैं.



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