केरी को सुषमा की दो टूक-भारत को जासूसी नामंजूर

Last Updated 31 Jul 2014 09:36:02 PM IST

भारतीय नेताओं की जासूसी पर अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के सामने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दो टूक शब्दों में विरोध जताया.


केरी _ सुषमा

उन्होंने कहा कि हमें जासूसी बर्दाश्त नहीं.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहीं थीं.

सुषमा स्वराज ने जासूसी को लेकर पत्रकारों के पूछे गए एक सवाल पर कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में जासूसी का मुद्दा भी उठा.

सुषमा ने कहा कि केरी को बताया गया कि इस बात को लेकर भारत के लोगों में कितना गुस्सा है. सुषमा ने कहा, ‘हम एक दूसरे को मित्र देश मानते हैं. ऐसे में एक मित्र देश, दूसरे मित्र देश की जासूसी करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.’

इस सवाल से बैकफुट पर आए जॉन केरी ने भारत की चिंता को जायज ठहराया.

गौरतलब है कि कुछ समय पहले अमेरिकी व्सिलब्लो्अर एडवर्ड स्नोयडेन के हवाले से विदेशी मीडिया में खबर आई थी कि अमेरिका ने भाजपा और भारत की जासूसी करने के लिए मंजूरी दी थी. जासूसी के मुद्दे पर रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि जासूसी से जुड़े मुद्दे पर सार्वजनिक तौर पर चर्चा करना उनके देश की नीति नहीं है.

वह भारत और अमेरिका के बीच दि्वपक्षीय रिश्तों  का सम्मारन करते हैं और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर जानकारियों के आदान-प्रदान के पक्षधर हैं. केरी के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रकपति ओबामा ने भी हाल में ही देश की जासूसी प्रक्रिमया की समीक्षा की है.

जॉन केरी ने मोदी के चुनावी नारे, \'सबका साथ, सबका विकास\' की भी तारीफ की. केरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने केसरिया क्रांति का आह्वान किया है. यह रंग ऊर्जा का प्रतीक है और वह बिल्कुल सही हैं.

केरी ने कहा कि अमेरिका भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नए युग की शुरुआत के लिए उत्सुक है. सितंबर में मोदी की प्रस्तावित अमेरिकी दौरे से दोनों देशों को काफी उम्मीदें हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुषमा स्वराज ने कहा कि बैठक में रक्षा, स्किल डेवलेपमेंट, आईटी, हेल्थकेयर पर वार्ता हुई.
 

 

 

 

 

 

 



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