गैरकानूनी रूप से सरकारी बंगले जमे हुए हैं यूपीए सरकार के 16 पूर्व मंत्री
यूपीए सरकार में मंत्री रहे 16 नेता पिछले एक महीने से सरकारी बंगलों में गैरकानूनी रूप से जमे हुए हैं.
वेंकैया नायडू (फाइल फोटो) |
यूपीए सरकार के 16 पूर्व मंत्रियों को बंगले खाली करने का नोटिस भेजा जा चुका है. नई सरकार बनने के एक महीने से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी अनधिकृत रूप से ये सरकारी बंगलों में रह रहे हैं.
लोकसभा में बुधवार को संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने लिखित में दिए जवाब में यह जानकारी दी. अनाधिकृत रूप से सरकारी बंगलों में रहने के चलते मंत्रियों पर 26 जुलाई तक ठहरने वाले इन पूर्व मंत्रियों पर 20 लाख 92 हजार 463 रुपए की देनदारी बनती है
सरकारी बंगलों में रहने वालों की सूची में जयपाल रेड्डी, अजित सिंह, कृष्णा तीरथ, सचिन पायलट, एमएम पल्लम राजू, गिरिजा व्यास, फारूख अब्दुल्ला, बेनी प्रसाद वर्मा, कपिल सिब्बल और श्रीकांत जेना उन पूर्व 16 मंत्रियों में हैं, जिन्होंने अभी तक अपने सरकारी आवास खाली नहीं किए हैं.
उन्होंने बताया कि अन्य 21 पूर्व मंत्री जनरल पूल के बंगलों में रह रहे हैं. उन्हें मुहैया कराए गए घरों में जाने के लिए 15 दिनों का समय और दिया गया है.
इन मंत्रियों में एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, वीरप्पा मोइली, व्यालार रवि, ऑस्कर फर्नाडीस, जयराम रमेश, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केवी थॉमस, के रहमान खान, केएम मुनियप्पा, शशि थरूर, के. चिरंजीवी, मुल्लाप्पाली रामचंद्रन, राजीव शुक्ला, अधीर रंजन चौधरी, एएच खान चौधरी, निनोन इरिंग, ईएम सुदर्शन नचियप्पन, केसी वेणुगोपाल और जे सलीम हैं.
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