UPSC परीक्षा विवाद पर सरकार ने राज्यसभा में कहा परेशान ना हों छात्र एक हफ्ते में तस्वीर साफ होगी

Last Updated 25 Jul 2014 01:34:44 PM IST

सरकार की ओर से राज्यसभा में बयान देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमें छात्रों से हमदर्दी है और उनके हितों की अनदेखी नहीं होगी.


UPSC परीक्षा विवाद:एक हफ्ते की मांगी मोहलत

उन्होंने कहा कि कमिटी को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है और उसके बाद पैटर्न पर फैसला हो जाएगा. जितेंद्र सिंह ने आश्वस्त किया एडमिट कार्ड जारी होना यूपीएससी के कैलेंडर के मुताबिक है और छात्रों को इससे चिंतित होने की जरूरत नहीं है.

जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में कहा, 'सीसैट 2011 से लागू हुआ है. हम छात्रों की दिक्कतों को गंभीरता से ले रहे हैं. तीन रात हम छात्रों के साथ रहे. हम छात्रों को समझा रहे हैं. हमने इस मामले पर एक कमेटी का गठन किया है जो एक हफ्ते में रिपोर्ट देगी. छात्रों को एडमिट कार्ड जारी किए जाने से डरने की जरूरत नहीं है.' आज सुबह पीएम से मिलने के बाद सिंह ने भरोसा दिया कि हिंदी के साथ उपेक्षा नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस मसले को लेकर गंभीर हैं.

आखिर क्या है C Set

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा से सी-सैट को वापस लिए जाने की मांग को लेकर सड़क से लेकर संसद तक जमकर बवाल हुआ. संसद में जहां विपक्षी सांसदों ने इस मामले में सरकार को घेरा, वहीं छात्र सड़क पर उतर आए.

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के सिविल सेवा परीक्षा में सी सैट को वापस लिये जाने की मांग पर केंद्र के आश्वासन के बावजूद आयोग द्वारा प्रवेश पत्र जारी करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस के बल प्रयोग का मुद्दा लोकसभा में उठा.

शुक्रवार की सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर राजद के पप्पू यादव, जयप्रकाश नारायण यादव, सपा के धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, जदयू के कौशलेंन्द्र कुमार यूपीएससी परीक्षा में शामिल होने वाले आंदोलनकारी छात्रों पर पुलिस के बल प्रयोग का मुद्दा उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए.

सदस्यों ने आरोप लगाया कि आंदोलन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया और छात्राओं के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई.अध्यक्ष ने हालांकि अपने सदस्यों को अपने स्थान पर जाने और शून्यकाल में इस विषय को उठाने कहा.

पप्पू यादव ने कहा कि आासन के बाद भी सी सैट वापस नहीं लिया गया और छात्रों के साथ मारपीट की गई.सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने कहा कि भारतीय भाषाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और इन्हें उचित स्थान दिया जाना चाहिए.

इस पर अध्यक्ष ने कहा कि इस विषय पर मंत्री ने बयान दिया है और इस विषय को शून्यकाल में उठाये. सभी लोगों को भारतीय भाषाओं से स्नेह है.

हालांकि पप्पू यादव, जयप्रकाश नारायण यादव, धम्रेन्द्र यादव, अक्षय यादव, कौशलेंन्द्र कुमार ने इस विषय को कुछ देर तक उठाया. इसके बाद वे अपने स्थान पर चले गए.

इससे पहले UPSC ने 24 अगस्त को होने वाली प्रारंभिक परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को गुरुवार से एडमिट कार्ड जारी करना शुरू कर दिया इसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा.

नाराज छात्रों का कहना है कि सरकार ने यूपीएससी प्रवेश परीक्षा में सी सैट हटाने को लेकर लिखित में आश्वासन दिया था, लेकिन सरकार इससे पलट गई और यूपीएससी ने एडमिट कार्ड जारी कर दिया.

इस मामले पर केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक पीएम ने यूपीएससी मामले पर चिंता जाहिर की.

पीएम ने कहा- सरकार इस मामले में फिर से यूपीएससी से संपर्क करेगी और एक बार फिर संघ लोक सेवा आयोग से बात की जाएगी.

केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि, ''पीएम यूपीएससी मामले को लेकर गंभीर हैं. जांच कमेटी की रिपोर्ट अभी नहीं आई है. रुटीन के तहत काम हो रहा है और रिपोर्ट आने के बाद अंतिम फैसला होगा. एडमिट कार्ड बंटने से सरकार के फैसले पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.''

जितेंद्र सिंह ने कहा कि सवाल पाठ्यक्रम का है एडमिट कार्ड का नहीं. यूपीएससी परीक्षा 24 अगस्त को होनी है. सरकार जो भी फैसला करेगी छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर करेगी.

इससे पहले पीएमओ में राज्य मंत्री ने कहा था कि इस मामले में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही इसमें आगे की कार्यवाही की जाएगी.

यूपीएससी द्वारा जारी किए जा रहे एडमिड कार्ड के अनुसार सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह पूर्वनिर्धारित 24 अगस्त को ही होगी.








 



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