नरेन्द्र मोदी ने बारु की किताब को बनाया हथियार, सोनिया-राहुल पर किया हमला
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम लंबे समय से कहते आ रहे थे कि मां और बेटे प्राथमिक नीति निर्माता हैं और मनमोहन सिंह महज दिखावा हैं.
नरेंद्र मोदी (फाइल) |
प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब में किए गए दावों पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर हमले किए और कहा कि दोनों को परदे के पीछे से यूपीए चलाने की कीमत चुकानी होगी.
मोदी ने बोंगईगांव के काकोइजान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संजय बारू की किताब द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर ने उसे सामने ला दिया जो हम (भाजपा) लंबे समय से कहते आ रहे थे कि मां और बेटे प्राथमिक नीति निर्माता हैं और (प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह महज दिखावा हैं.
उन्होंने कहा कि (किताब से) यह साफ है कि कौन असली प्रधानमंत्री है. मनमोहन सिंह जो कहते हैं, उसका कोई महत्व नहीं है. मां और बेटे दोनों को इसकी कीमत चुकानी होगी.
मोदी ने कहा कि आज मुझे एक बहुत ही मजेदार सूचना मिली. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) ने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान 1100 भाषण दिए. यह बस यह साबित करने के लिए है कि वह मौन मोहन सिंह नहीं हैं. यह बयान मनमोहन के संचार सलाहकार पंकज पचौरी ने बारू के दावों की काट करने के लिए शुक्रवार को जारी किया था.
मोदी ने कहा कि यह ज्यादा उचित होता अगर प्रधानमंत्री कार्यालय इस पर कोई बयान जारी करता कि मनमोहन ने गरीब और आम आदमी के लिए क्या किया.
उन्होंने कहा कि अगर पीएमओ ने कभी घोषणा की होती कि उन्होंने कोच राजबांगशियों या असम के आदिवासियों के लिए क्या किया नहीं, उन्होंने ऐसा नहीं कहा क्योंकि वे आपको कोई अहमियत नहीं देते या आपको ले कर चिंतित नहीं हैं. वे बस उसी वक्त आपको याद करते हैं जब चुनाव आता है. अब उनको भूलने की आपकी बारी है.
मोदी ने आरोप लगाया कि देश भर में झूठ फैलाना सोनिया गांधी और राहुल गांधी की आदत बन गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल झूठा प्रचार कर रहे हैं कि गुजरात में लघु उद्योग बंद हो रहे हैं.
मोदी ने राहुल को मुखातिब कर के कहा कि आज हम दोनों असम में है, इसलिए एक-दूसरे से रूबरू हों. गुजरात को भूल जाएं. आपके तीन बार के कांग्रेस मुख्यमंत्री ने राज्य में बंद पड़ी अशोक पेपर मिल्स खोलने के लिए क्या किया, क्या उन्होंने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कोई कदम उठाया.
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