16 बार हारे, फिर भी मैदान में
पंजाब के होशियारपुर में रहने वाले 73 वर्षीय ओमप्रकाश झाक्कू 16 बार हार का मुंह देखने के बाद भी 17वीं बार फिर से मैदान में हैं.
पंजाब के होशियारपुर में रहने वाले 73 वर्षीय ओमप्रकाश झाक्कू 16 बार हारे, फिर भी चुनाव मैदान में. |
वह होशियारपुर संसदीय सीट निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में डटे हैं.
होशियारपुर के कोतवाली बाजार में किराए की एक छोटी सी दुकान चलाने वाले झाक्कू ने अब तक तीन बार लोकसभा, सात बार विधानसभा और बाकी नगर निगम और पंचायत स्तर के चुनाव में भाग लिया.
वह स्कूटर से अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं. यह स्कूटर उन्हें पोते ने उपहार में दिया है.
वह कहते हैं कि यदि एक चाय वाला प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ सकता है तो मैं भी सांसद पद के लिए चुनाव लड़ सकता हूं. वह जिससे भी मिलते हैं, एक ही बात कहते हैं,‘वोट फोर मी.’
वह बहुजन समाज पार्टी, जनता दल, लोक भलाई पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी और निर्दलीय के रूप में भी चुनाव लड़ चुके हैं.
निर्दलीय प्रत्याशी झाक्कू जूतों की मरम्मत कर अपना जीवन यापन करते हैं. चुनाव प्रचार के दौरान भी गांवों में लोगों के जूतों को ठीक करते रहते हैं. झाक्कू के दो बेटे हैं जिनमें से एक क्लर्क है और दूसरा पंजाब पुलिस में हेड कांस्टेबल है.
वह दावा करते हैं कि वह अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण हस्तियों से मिल चुके हैं जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह भी हैं.
झाक्कू का मुकाबला कांग्रेस के जालंधर से मौजूदा सांसद मोहिंदर सिंह केपी, भाजपा के विजय सांपला और आप की यामिनी गुमार से है. इस सीट पर 30 अप्रैल को मतदान होगा.
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