ऐतिहासिक धरोहर आगरे का किला

Last Updated 30 Aug 2012 03:59:25 PM IST

आगरा में यमुना के किनारे बसे किले को लाल किला भी कहा जाता है. इसे ‘यूनेस्को’ ने विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया है.


भारत का सबसे महत्वपूर्ण किला

आगरे के किले को भारत का सबसे महत्वपूर्ण किला माना गया है. मुगलिया सल्तनत के सम्राट बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब यहां रह चुके हैं.

वे पूरे देश पर अपना शासन यहीं से चलाते थे. कभी इस किले में राज्य का खजाना भरा रहता था. साथ ही, इसमें उन विदेशी राजदूत और उच्च पदों के लोगों का आना-जाना था, जिन्होंने भारत के इतिहास को रचा.

चौहान राजपूतों का था आगरे का किला
 

मूलत: ईटों से बना यह किला चौहान राजपूतों के पास था. 1080 के दौरान महमूद गजनी की सेना ने इस किले पर कब्जा किया. दिल्ली के पहले सुल्तान सकिंदर लोदी (1487-1517) ने अपनी राजधानी दिल्ली से आगरा स्थानांतरित की थी.

1517 में सकिंदर लोदी की मृत्यु के पश्चात उसका बेटा इब्राहिम लोदी किले में रहता था. 1526 में पानीपत की लड़ाई में उसकी मृत्यु हो गई.

इस बीच, नौ साल तक वह आगरे के किले में रहा. किले के कई स्थल, कुएं, मस्जिद आदि लोदी काल में ही बनवाए गये थे. जब बाबर ने बेटे हुमायूं को आगरा भेजा तो हुमायूं ने किले पर कब्जा कर लिया.

साथ ही, यहां के विशाल खजाने को कब्जे में ले लिया जिसमें विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा भी शामिल था. बाबर ने किले में बावली (सीढ़ीदार कुआं) बनवाई.


पानी ढोने वाले बना था आधे दिन का सम्राट

1530 में यहां पर हुमायूं की ताजपोशी हुई थी. पानी ढोने वाले नजाम ने हुमायूं को डूबने से बचाया था, जिसे आधे दिन के लिए यहां का सम्राट बनाया गया.

1540 में हुमायूं की बिलग्राम में पराजय के बाद सूरी वंश के शेरशाह ने आगरे के किले पर कब्जा किया और इसकी रक्षा की. 1558 में अकबर आगरा आये. उन्होंने लाल-बलुआ पत्थर से किले के नवीनीकरण का आदेश दिया.

4000 मजदूर प्रतिदिन किले के नवीनीकरण का काम करते थे. यह काम 8 बरसों (1565-1575) में पूरा हुआ. इस किले की संरचना अर्धगोलाकार है, जो 21 मीटर से ज्यादा ऊंची दीवारों से घिरा है. इसके चारों कोनों पर चार दरवाजे हैं. इसके एक दरवाजे को ‘खिजरी गेट’

(पानी का दरवाजा) कहते हैं जो नदी के सामने खुलता है, जहां पर घाट बने हैं. इस किले ने समय, प्रकृति और इंसानों के कई आक्रमण झेले हैं.


लाल किला में लगभग 5,000 इमारतें

लाल किला 94 एकड़ में बना है. वर्तमान में, किले में दो दर्जन से भी ज्यादा स्मारक मौजूद हैं. किले में बंगाली और गुजराती शैली की लगभग 5,000 इमारतें बनाई गई थीं.

इनमें से ज्यादातर इमारतें अब नष्ट हो चुकी हैं. शाहजहां ने यहां संगमरमर का महल बनवाने के लिए इनमें से कुछ को नष्ट करवाया था.

बाद में अंग्रेजों ने यहां की ज्यादातर इमारतों को बैरक बनवाने के लिए नष्ट किया. मुश्किल से तीस मुगल कालीन इमारतें ही बच पायी हैं जो दक्षिण में थीं.

इनमें से दिल्ली गेट, अकबरी गेट और बंगाली महल आदि का निर्माण अकबर के शासनकाल में करवाया गया था.

जहांगीर अधिकतर लाहौर और कश्मीर में रहता था. फिर भी, वह नियमित रूप से आगरा आता और किले में रहता था. शाहजहां ने यहां संगमरमर के महलों का निर्माण करवाया. साथ ही, उसने संगमरमर की मस्जिद भी बनवायी जिनमें मोती मस्जिद, नगीना मस्जिद और मीना मस्जिद शामिल हैं.

औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को 1666 में उनकी मृत्यु तक करीब आठ साल तक इसी किले में बंदी बनाकर रखा और बाद में ताजमहल में दफनवाया था.

औरंगजेब को बहुत पसंद था यह किला

औरंगजेब ने किले के दो दरवाजों और नदी के किनारे के दरवाजे पर प्राचीर का निर्माण अपनी रक्षा-शक्ति को मजबूत करने के लिए करवाया था. हालांकि शाहजहां ने 1638 में औपचारिक रूप से अपनी राजधानी को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया था लेकिन वह इसी किले में ही रहता था.

उसकी मौत के बाद आगरा ने अपनी भव्यता खो दी. औरंगजेब स्थानीय मतभेदों और लड़ाइयों में ही व्यस्त रहता था. उस दौरान वह यहां रहता और दरबार लगाता था.

1666 में शिवाजी आगरा आये और दीवान-ए-खास में औरंगजेब से मिले. 1707 में औरंगजेब की मृत्यु हो गई.

आगरे के किले की गाथा जाटों और मराठों के दौरान केवल घेराबंदी और लूटखसोट की रही. अंतत: अंग्रेजी हुकूमत ने 1803 में इस पर कब्जा कर लिया.

 

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