दीपावली पर अचूक उपाय जिससे होगी दरिद्रता दूर

Last Updated 23 Oct 2016 02:14:13 PM IST

तंत्र शास्त्रों में दीपावली के दिन किए जाने वाले अनेक महत्वपूर्ण प्रयोगों का वर्णन मिलता है. अधिकांशतय: ये प्रयोग ऋद्धि-सिद्धि प्राप्ति व मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए किए जाते हैं.


(फाइल फोटो)

दीपावली के शुभ अवसर का मां लक्ष्मी के प्राकट्य का दिन माना जाता है. इसीलिए लक्ष्मी प्राप्ति हेतु इस दिन विधि-विधान व श्रद्धा पूर्वक किए गए उपाय अचूक साबित होते हैं और मनोवांछित फल प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं.

दीपावली के दिन किए जाने वाले ऐसे ही कई अचूक उपायों का वर्णन किया गया है. दीपावली के दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ, भगवान विष्णु, गणोश जी, मां सरस्वती, धनाधिपति कुबेर व अपने ईष्ट देवों की पूजा की जाती है.

पूजा किस समय यानी किस मुहूर्त में की जाए, इसे लेकर विद्वानों में मतभेद हैं, लेकिन वे इस बात पर एक मत हैं कि दीवाली पूजन सही लगन में किया जाना आवश्यक है. लक्ष्मी को स्वाभाव से चंचल माना जाता है.

वह सदैव हमारे गृह में ही निवेश करें, इस कामना से स्थिर रहने वाले लगन में ही लक्ष्मी पूजन की सलाह दी जाती है. लक्ष्मी पूजा के लिए श्रेष्ठ माने जाने वाले स्थिर प्रकृति के चार लगन हैं वृचिक, कुंभ, वृषभ और सिंह. ज्योतिष के अनुसार इन चारों ही लगनों में लक्ष्मी पूजन किया जा सकता है, लेकिन इन सबमें भी सूर्यास्त के बाद यानी संध्या समय शुरू होने वाला वृषभ लगन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है.



अगर आपकी दुकान, फैक्ट्री, कारोबार सही नहीं चल रहा है या उन्नति नहीं हो पा रही है, कर्जा है तो इस दीपावली की रात्रि को निर्धनता व दरिद्रता दूर करने वाला यह उपाय अवश्य करें.

दीपावली की रात्रि को लाल आसन बिछाकर उस पर पूर्व की तरफ मुंह करके बैठें, व्यापार सिद्धि यंत्र को गंगाजल से धोकर तिलक लगाकर सामने रखें, केसर का तिलक लगाएं और दूध से बना प्रसाद खीर, बर्फी इत्यादि रखें.

घी का दीपक व अगरबत्ती जलाएं और छोटे शंखों की माला से निम्न मंत्र ऊँ ह्रीं धन-धान्य समृद्धि दरिद्र विनाशिनी महालक्ष्मी मम गृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं ह्रीं ऊँ नम: 5 बार जपें. प्रात: इस यंत्र को घर के पूजा स्थल, दुकान, फैक्ट्री इत्यादि में स्थापित करें.

दीपावली के दिन सुबह नहाने के बाद सबसे पहले श्री विष्णु और लक्ष्मी जी की मूर्ति को कमलगट्टे की माला तथा पीले पुष्प अर्पण कर पूजा करने से बिजनेस मैं दिन दूनी रात चौगनी प्रगति होती है. दीपावली की रात में रूद्राक्ष की माला से श्री श्रियै नम मंत्र का जाप 108 बार करने से धन लाभ होता है.

दीपावली के दिन प्रातकाल किसी गरीब को गयारह किलो गेहूं और सवा किलो गुड़ का दान करने के पश्चात दीपावली के मांगलिक कार्य करें. इससे घर में धन की कमी नहीं होती.

समय लाइव डेस्क


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