फिट और दुबला रहने का रहस्य, सरल भोजन सक्रिय जीवन

Last Updated 28 Jul 2014 06:45:18 AM IST

हर कोई अच्छा जीवन जीना चाहता है तो आप अपने ज्यादा वजन के साथ क्यों परेशान हो रहे हैं. अच्छा जीवन जीना है तो आपको भी तो अपने लिए कुछ करना ही होगा.


सरल भोजन सक्रिय जीवन से रहें फिट

आयुर्वेद में मोटापे का उपचार जीवन शैली की एक बीमारी के रूप में किया जाता है. वजन घटाने के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए इन सिद्धांतों का पालन एक महीने के लिए करें! याद रखें कि सरल व्यंजन और शारीरिक रूप से सक्रिय जीवन शैली फिट व दुबला रहने का रहस्य है. ऐसे आयुर्वेदिक उपचार जो असल काम करते हैं वह व्यापक जीवन शैली के बदलाव का एक हिस्सा है.

खान-पान में सादगी : कम तेल में ताजा एवं सरल रूप से पकाए गए भोजन को ही खाना चाहिए. खाने के प्रति दृष्टिकोण में परिवर्तन डायट प्रोग्राम का प्रथम कदम है. मानसिक अनुशासन, डायट पर जाने वाले लोगों को अस्वास्थ्यकर भोजन न खाने की इच्छाशक्ति प्रदान करता है. इसलिए आसानी से हजम हो जाने वाले व्यंजन जैसे चावल, दलिया, उबली हुई सब्जियां, सब्जियों के सूप व आटे से बने पकवानों के विकल्पों का चयन करना चाहिए.

स्नैक : तले हुए या चिकने व्यंजनों का सेवन न करें. इसमें केरल में पारंपरिक रूप से बनाए जाने वाले केले के चिप्स भी शामिल हैं. पापड़ को तेल में तलने के बजाय तवे पर सेंक कर खाना ही बेहतर है.

उच्च फाइबर युक्त अनाज : चावल या उबली हुई सब्जियों के साथ उच्च फाइबर युक्त जौ का सेवन करें. इन खाद्य पदार्थों का सामान्य रूप से सेवन भी तृप्ति प्रदान करता है. इन्हें अनिवार्य रूप से दोपहर या रात के खाने के साथ खाएं. इसके अलावा कभी-कभी जौ एवं दलिये को भी अपने आहार में शामिल करें. अत: बाहर के व्यंजनों का या डिब्बा बंद भोजन का सेवन न करें. 

मिठाई और डेसर्ट : चाय में चीनी के अलावा अन्य किसी भी मिठाई को न खाएं. चूंकि चावल रक्त में शर्करा को बनाए रखता है, जिसके कारण आपके शरीर को ग्लूकोस की कमी महसूस नहीं होती और न ही आपको भूख लगती है.

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ : अपने शरीर की प्रोटीन की जरूरत को सोया, चने की दाल, हरे चने तथा अन्य दालों के सेवन से पूर्ण करें. आयुर्वेद में मांसाहारी भोजन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है.

छाछ तथा पानी : दही के बजाय छाछ का सेवन बेहतर होगा. इसके अलावा चाय व कॉफी का सेवन भी कर सकते हैं. स्वयं को हाइड्रेटड तथा भूख के बचने के लिए हर रोज डेढ़ लीटर गुनगुना पानी पिएं. गुनगुना पानी पेट में लंबे समय तक रहता है, जिसके कारण भूख भी देर से लगती है.

अपने पसंदीदा व्यंजनों से परहेज करें : अगर आपको चावल पसंद है, तो अपने आहार में चावल के बजाय आटे का डोसा या रोटी को शामिल करें, इस तरह आप स्वभाविक रूप से कम खाएंगे. अगर आप रोटी खाने वालों में से है तो आपके लिए चावल के बने व्यंजन मददगार साबित होंगे.

कैलोरी की गणना न करें : कैलोरी की गणना करने के बजाय अपने जीवन तथा अपने खान-पान में अनुशासन लाएं. आपके खान-पान की आदतों में तब्दीली तथा खाने के प्रति रवैया आपके वजन को बनाए रखने में तथा उसे कम करने में आपकी मदद करेंगे.

सुबह जल्दी उठना : यदि आप सुबह जल्दी उठेंगे तो आपकी दिनचर्या अच्छी बनी रहेगी. दिन में न सोना या देर रात तक टीवी न देखने जैसे जीवनशैली के नियम भी आपके वजन को कम करने में मददगार सिद्ध होंगे. 
 



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