हमास का ऐसा हश्र होगा कि वह दुबारा खड़ा ना हो सके-कर्नल कांनरिकस
इस समय दुनिया के लगभग सभी देशों की निगाहें इजरायल और हमास के युद्ध पर टिकी हुई हैं। इजरायल ने उत्तरी गाज़ा से 11 लाख लोगों को निकलने का आदेश दे दिया है।
![]() Israel Colonel Conricus |
माना जा रहा है कि इजरायल जमीनी हमले तेज कर सकता है। हालांकि, इजरायल की सेना ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन इजरायली सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल कॉनरिकस का कहना है कि वो हमास और उसकी सैन्य क्षमताओं को पूरी तरह से नष्ट कर देंगे। इसके लिए इजरायली रिजर्व सैनिक गाजा पट्टी के चारों ओर ऑपरेशन के अगले चरण के लिए तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य बहुत स्पष्ट है। इस युद्ध के अंत में हम ऐसा करेंगे की हमास फिर कभी इजरायली नागरिकों या सैनिकों को कोई नुकसान पहुंचाने की क्षमता न रख सकें। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि लाखों की तादाद में लोग उत्तरी गाजा से निकलकर जा रहे हैं। उस आदेश के बाद 4 फलस्तीनी पहले ही निकल चुके हैं। वहीं हमास ने लोगों से अपील की है कि वे उत्तरी गाजा को छोड़कर नहीं जाएं। इसके बाद भी लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं। शरणार्थियों के इस महासंकट पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कहा है कि यह बहुत खतरनाक और कुछ मामलों में असंभव है।
आगे बढ़ने से पहले आइए जानते हैं गाजा के बारे में।गाज़ा पट्टी करीब 365 वर्ग किलोमीटर का एक छोटा-सा क्षेत्र है। इसके एक ओर भूमध्य सागर है। तीन ओर से इसकी सीमाएं इस्राइल और मिस्र से लगी हुई हैं। इसकी उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी सीमा की तरफ इस्राइली क्षेत्र है। दक्षिण-पश्चिम में गाज़ा पट्टी की सीमा मिस्र से लगती है। गाज़ा पट्टी के पश्चिम में भूमध्य सागर है। यह दो फलस्तीनी क्षेत्रों में से एक है। गाजा पट्टी के अलावा वेस्ट बैंक दूसरा फलस्तीनी क्षेत्र है। इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष का सेंटर गाज़ा पट्टी ही रहा है। हमास ने 2007 में गाज़ा पर कब्जा किया था। गाज़ा पट्टी का वह क्षेत्र, जिसे इस्राइल ने 24 घंटे के भीतर खाली करने का आदेश दिया है। वह पूरे गाज़ा का एक तिहाई हिस्सा है। इस ऑर्डर में पूरा गाज़ा शहर और दो प्रमुख रिफ्यूजी कैंप- जबल्या और बीच कैंप शामिल हैं। इसमें बीट हनौन और बीट लाहिया शहर भी शामिल हैं। कुल मिलाकर यह गाज़ा पट्टी के सबसे घनी आबादी वाले हिस्सों में से एक है।
प्रभावित क्षेत्र में कम-से-कम 11 लाख लोग रहते हैं। गाज़ा शहर की आबादी लगभग 600000 है। बीच कैंप लगभग 90000 लोगों का घर है और गाज़ा पट्टी के सबसे बड़े कैंप जबल्या में 116000 लोग रहते हैं। इस एरिया में कम-से-कम छह अस्पताल हैं। साथ ही लगभग दो दर्जन प्राइमरी केयर क्लिनिक भी हैं। उत्तर-दक्षिण में केवल एक ही मेन सड़क है, जिससे होकर सभी निकल रहे हैं। लोगों का बड़ी तादाद में एकसाथ निकलना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ईंधन की आपूर्ति बहुत कम है, गाज़ा शहर और दूसरी जगहों पर सड़कें पहले से ही मलबे से भरी हुई हैं। अब तक कोई संकेत नहीं है कि इस्राइली हवाई हमले बंद हो गए हैं, जिससे लोगों के निकलने की शुरुआत हो सके। इस्राइली सेना के अल्टीमेटम के बाद लोगों ने अपना घर छोड़ना शुरू कर दिया है। वे कार, ट्रक और पैदल गाज़ा पट्टी के दक्षिणी हिस्से की ओर जा रहे हैं। इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध दिन-ब-दिन खतरनाक मोड़ पर पहुंचता हुआ नजर आ रहा है। जिस तरह से हर दिन इजरायल अपने हमलों में इजाफा करता जा रहा है, उसे देखकर यही आभास हो रहा है कि यह युद्ध जल्दी रुकने वाला नहीं है।
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