अमेरिका बिना शर्त उ.कोरिया से बातचीत को तैयार
अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि अमेरिका परमाणु नि:शस्त्रीकरण मुद्दे पर बिना पूर्व शर्त के उत्तर कोरिया के साथ वार्ता शुरू करने को तैयार है.
अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन (file photo) |
उत्तर कोरिया को दुनिया का सबसे मजबूत परमाणु शक्ति वाला देश बनाने की किम जोंग-उन की घोषणा के बीच अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है कि अमेरिका परमाणु नि:शस्त्रीकरण मुद्दे पर बिना पूर्व शर्त के उत्तर कोरिया के साथ वार्ता शुरू करने को तैयार है.
अमेरिका ने उत्तर कोरिया को यह पेशकश ऐसे समय की है जब उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ने वाले कई प्रतिबंध उत्तर कोरिया पर लगे हुए हैं और दो सप्ताह पहले ही इस देश ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टक मिसाइल का परीक्षण किया है. इस पेशकश से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि टिलरसन के पहले वाले रखेमं अंतर आया है क्योंकि टिलरसन ने एक बार कहा था कि अमेरिका उत्तर कोरिया के साथ कोई मोल-तोल नहीं करेगा और वार्ता तभी संभव है जब किम-जोंग उन सरकार परमाणु नि:शस्त्रीकरण के लिए तैयार हो.
टिलरसन ने कहा, हमने इसे कूटनीतिक तौर पर कहा है कि अगर उत्तर कोरिया बातचीत को तैयार होता है तो हम कभी भी बातचीत को तैयार हैं. हम पहली वार्ता बिना किसी पूर्व शर्त के करने को तैयार हैं. टिलरसन अटलांटिक काउंसिल कोरिया फाउंडेशन फोरम की ओर से आयोजित मीटिंग द फॉरेन पॉलिसी चैलेंजेज ऑफ 2017 एंड बियॉन्ड कार्यक्र म में बोल रहे थे.
यह पेशकश राष्ट्रपति ट्रंप की चेतावनी से ठीक उलट है. राष्ट्रपति ने कहा था कि बातचीत विफल हो चुकी है और टिलरसन अपना समय बर्बाद कर रहे हैं. टिलरसन ने कहा है कि उत्तर कोरिया से यह मांग करना कि वह बातचीत शुरू करने से पहले अपने हथियार छोड़ दे, यह मांग व्यवहार्य नहीं है.
युद्ध से बचना चाहता है उ. कोरिया : यूएन
उत्तर कोरिया से लौटे संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि प्योंगयांग के अधिकारियों ने उन्हें बताया, युद्ध रोकना महत्वपूर्ण है लेकिन उन्होंने बातचीत के लिए कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया.
संयुक्त राष्ट्र के राजनीतिक मामलों के प्रमुख जेफ्री फेल्टमैन ने अपनी यात्रा पर सुरक्षा परिषद को जानकारी देने के बाद बताया, वह इस बात पर सहमत है कि युद्ध रोकना महत्वपूर्ण है.
फेल्टमैन ने अपनी यात्रा के दौरान उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योंग हो और उप विदेशमंत्री पक म्योंग कुक से मुलाकात की. वर्ष 2011 के बाद से संयुक्त राष्ट्र के किसी शीर्ष अधिकारी की यह पहली यात्रा है. उन्होंने उत्तर कोरियाई अधिकारियों से कहा कि उनकी यात्रा को नई बातचीत की केवल शुरआत के तौर पर देखा जाना चाहिए. अधिकारी ने कहा उन्होंने हमारे तकरे को गंभीरतापूर्वक सुना. लेकिन उन्होंने किसी प्रतिबद्धता का प्रस्ताव नहीं दिया.
| Tweet |