उ. कोरिया-पाक के परमाणु संबंधों की जांच हो : भारत
भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु प्रसार संबंधी गतिविधियों की जांच की जानी चाहिए और इसके लिए जो जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज (file photo) |
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज का यह बयान उत्तर कोरिया द्वारा शुक्र वार को जापान के ऊपर से मध्यम दूरी की एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के कुछ दिन बाद आया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने उत्तर कोरिया की हालिया कार्रवाई की निंदा की और कहा कि उसकी प्रसार संबंधी गतिविधयों का पता लगाया जाना चाहिए और इसके लिए जो जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
सुषमा ने यह बयान सोमवार को अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन और उनके जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ त्रिपक्षीय बैठक के दौरान दिया. उनके बीच यह बैठक संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर हुई.
कुमार ने प्रश्नों का उत्तर देते हुए सीधे तौर पर किसी देश का उल्लेख नहीं किया लेकिन कहा कि उनके संकेत यह बताने को पर्याप्त हैं कि वह किसका जिक्र कर रहे हैं. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैं आपको पर्याप्त सामग्री दे रहा हूं ताकि यह पता लगा सकें कि मैं किसकी बात कर रहा हूं.
कुमार ने कहा, हमने बहुत स्पष्ट तौर पर यह कहा है कि हम केवल उत्तर कोरिया के हालिया कदमों की निंदा नहीं कर रहे, बल्कि यह भी कहा है कि प्रसार संबंधी गतिविधयों का पता लगाया जाना चाहिए और इसके लिए जो जिम्मेदार हैं, उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए.
इसके अलावा तीनों नेताओं ने समुद्री सुरक्षा एवं कनेक्टिविटी के मुद्दे पर भी चर्चा की. तीनों देशों के बीच पहली त्रिपक्षीय मंत्री स्तरीय बैठक वर्ष 2015 में हुई थी. वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर बैठक 2011 से हो रही है.
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