नेपाल ने ब्लॉक किए भारत के सारे न्यूज चैनल, हिरासत में लिए एसएसबी के 13 जवानों को किया रिहा

Last Updated 29 Nov 2015 11:50:28 AM IST

नेपाल में संविधान निर्माण के बाद मधेसी समुदाय के बढ़ते दबाव और तनाव के बीच नेपाल ने सभी भारतीय न्यूज चैनलों को ब्लॉक कर दिया है.


भारत नेपाल में तनातनी बढ़ी (फाइल फोटो)

वहीं नेपाल ने रविवार को कुछ देर के लिए एसएसबी के 13 कर्मियों को हिरासत में ले लिया था जो बिहार की सीमा से लगते झापा जिले के नजदीक संदिग्ध तस्करों का पीछा करते हुए हथियारों के साथ कथित तौर पर नेपाली क्षेत्र में घुस गए थे. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.

नेपाल पुलिस के सूत्रों के अनुसार बिहार के किशनगंज की सीमा से लगते झापा जिले के केचना गांव में बॉर्डर एकाउंट पोस्ट में तैनात नेपाल के आर्म्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) के कर्मियों ने रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे एसएसबी के जवानों को गिरफ्तार कर लिया.

उन्होंने बताया कि एसएसबी के चार जवानों के पास आधुनिक हथियार थे.

एसएसबी के सभी 13 कर्मियों को कुछ देर के लिए केचना के एपीएफ शिविर में रखा गया और बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.

सहायक मुख्य जिला अधिकारी प्रसाद निरौला ने बताया कि घटना की जांच करने के बाद उन्हें भारतीय पक्ष को सौंप दिया गया.

माई रिपब्लिका ने निरौला के हवाले से कहा, ‘‘उनसे (एसएसबी के जवानों) नेपाल में घुसने के कारण के बारे में पूछताछ की गई.’’

एसएसबी महानिदेशक बीडी शर्मा ने बताया कि नेपाली सीमा प्रहरी बल द्वारा हिरासत में लिए गए एसएसबी के सभी 13 जवान रिहा कर दिए गए हैं और वे भारतीय क्षेत्र में वापस आ गए हैं.

दक्षिण नेपाल में नए संविधान को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है. नेपाल का कहना है कि भारत ने नेपाल में आपूर्ति बाधित करने के लिए अघोषित रूप से नाकेबंदी कर रखी है. हालांकि भारत किसी भी तरह की नाकेबंदी से इनकार करता रहा है.

नेपाल में भारतीय दूतावास ने वाहन जलाने से किया इंकार

पहले ये भी खबरें आई थीं कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी ने भारतीय दूतावास में खड़ी एक गाड़ी में आग लगा दी. हालांकि नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को स्पष्ट किया कि उसके एक कर्मचारी के वाहन में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी. दूतावास ने इन खबरों को सिरे से नकार दिया कि कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने वाहन को आग के हवाले किया.

दूतावास के एक प्रवक्ता ने बताया कि दूतावास के दरवाजे के पास जब कर्मचारी अपना वाहन खड़ा करने की कोशिश कर रहा था तो शॉर्ट सर्किट के कारण उसमें आग लग गई. उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.

इससे पहले, काठमांडो में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘‘काठमांडो में भारतीय दूतावास के एक कर्मचारी के निजी वाहन में शनिवार को तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनावश आग लग गयी, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ.’’

द हिमालयन टाइम्स ने खबर दी थी कि नेत्र बिक्रम चंद के नेतृत्व वाली सीपीएन-माओवादी के कार्यकर्ताओं ने वाहन जलाने का दावा किया है.

बातचीत को लेकर गंभीर नहीं हैं मधेसी: नेपाल के मंत्री

इससे पहले नेपाल के एक वरिष्ठ मंत्री ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारी ‘ज्वाइंट मधेसी फ्रंट’ नये संविधान को लेकर पैदा राजनीतिक गतिरोध को सुलझाने के लिए बातचीत को लेकर गंभीर नहीं हैं.

विधि मंत्री अग्नि खारेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार हाल में लागू संविधान में संशोधन करके इस संगठन के मांगों पर ध्यान देने के लिए तैयार है.

सत्तारूढ़ सीपीएल यूएमएल के पोलितब्यूरो सदस्य खारेल ने कहा कि नये संविधान में संशोधन पार्टी और सरकार के लिए समस्या नहीं है लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इससे कोई समाधान होगा या नहीं.

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार नये संविधान में संशोधन करके मधेसी फ्रंट की मांगों पर गौर करने के लिए तैयार है लेकिन फ्रंट बातचीत को लेकर गंभीर नहीं है.’’

खारेल ने कहा कि फ्रंट द्वारा सड़कों और नेपाल भारत सीमा बिन्दुओं पर शुरू किये गये आंदोलन से कोई हल नहीं निकलेगा.

उन्होंने आंदोलनरत समूहों से बातचीत के माध्यम से अपनी मांग रखने को कहा.
 



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