तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर की मौत...

Last Updated 29 Jul 2015 05:11:50 PM IST

मीडिया में आई एक खबर के अनुसार अफगान तालिबान के फरार चल रहे प्रमुख मुल्ला उमर की मौत हो गई है.


तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर (फाइल)

मुल्ला की एक आंख है और उसने 1996 से 2001 के बीच अफगानिस्तान में अपना कट्टरपंथी शासन चलाया था तथा बाद में अमेरिका नीत सरकार ने उसकी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया.
    
अफगान सरकार एवं खुफिया सूत्रों के हवाले से बीबीसी ने कहा कि उमर की मौत दो से तीन साल पहले ही हो गई थी. इस बारे में कोई और ब्यौरा नहीं दिया गया है.
    
इसमें तालिबान प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि आतंकवादी संगठन जल्द ही एक बयान जारी करेगा.
    
इस माह के शुरू में तालिबान ने ईद की पूर्व संध्या पर उमर का संदेश जारी किया था. इस संदेश में उसने अपने समूह एवं अफगान सरकार के बीच अफगानिस्तान में 13 साल से चल रहे युद्ध के खात्मे के लिए होने वाली बातीचत को उचित कहकर उसकी सराहना की थी.
    
बीबीसी ने कहा कि पूर्व में भी उमर की मौत को लेकर कई खबरें आ चुकी हैं. बहरहाल, इस बार अफगान सरकार के शीर्ष सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है.
    
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के हटने के बाद से उमर फरार है. 9/11 के हमले के बाद उमर द्वारा अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का समर्थन किये जाने के बाद ही अमेरिका के नेतृत्व में अफगानिस्तान के खिलाफ अभियान चलाया गया.
    
उमर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम था. तालिबान नेता और लड़ाकों ने अपने प्रमुख को 2007 के बाद से नहीं देखा है.
    
अफगान तालिबान ने इस साल 5000 शब्दों की जीवनी प्रकाशित की थी जो उसके समूह प्रमुख के रूप में 19 वर्ष पूरे करने के अवसर पर प्रकाशित की गई थी. जीवनी में कहा गया कि वह कंधार प्रांत में खाखरेज जिले के चाह इ हिम्मत गांव में पैदा हुआ था.
    
जीवनी में 1983 से 1991 के बीच रूसी सेनाओं के साथ हुई लड़ाई में उमर की उपलब्धियों को गिनाया गया है. इसमें कहा गया कि वह चार बार घायल हुआ और उसकी दायीं आंख चली गयी.
    
उमर को 1996 में अमीर उल मोमीन का खिताब मिला जो तालिबान के सर्वोच्च नेता को दिया जाता है.




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