भारत-अमेरिका को हिंसा और आंतकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता: हिलेरी क्लिंटन
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिका और भारत को हिंसा, आतंकवाद और गरीबी के खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता है.
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन (फाइल फोटो) |
हिलेरी ने जैन नेता आचार्य डा. लोकेश मुनि के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि भारत भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मंच पर बड़ी भूमिका निभाएगा.
प्रतिनिधिमंडल ने अहिंसा विश्व भारती के 10वें स्थापना वर्ष पर हिलेरी से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में अंहिसा विश्व भारती के अंतरराष्ट्रीय समन्वयक करमजीत सिंह धालीवाल, कांग्रेस के सदस्य जोए क्राउले और सांसद ग्रेस मेंग भी शामिल थीं.
हिलेरी ने कहा कि हिंसा और आतंकवाद किसी मुद्दे को नहीं सुलझा सकते. समस्याओं को वार्ताओं और चर्चाओं के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत को हिंसा, आतंकवाद और गरीबी के खिलाफ मिलकर लड़ने की आवश्यकता है.
एक बयान के अनुसार उन्होंने आचार्य मुनि के \'पीस एजुकेशन\' कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि विश्व को रहने के लिए एक बेहतर स्थान बनाने में धार्मिक नेता अहम भूमिका निभा सकते हैं. मुनि ने अहिंसा विश्व भारती की 10वीं वषर्गांठ के आयोजन में भाग लेने के लिए हिलेरी को भारत आमंत्रित किया.
हिलेरी 2016 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की दावेदार हैं. यदि वह राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत जाती हैं तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी.
हिलेरी इससे पहले भी 2008 में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पेश कर चुकी हैं लेकिन वह डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से हार गई थीं.
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