भारत के साथ परमाणु समझौते को लेकर प्रतिबद्ध ऑस्ट्रेलिया : बिशप
ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि वह पिछले साल भारत के साथ हुए असैन्य परमाणु समझौते को यथासंभव जल्द पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप (फाइल फोटो) |
विदेश मंत्री जूली बिशप ने कहा, \'\'ऑस्ट्रेलिया में परमाणु के मुद्दों पर एक लॉबी काम कर रही है. सरकार दृढ़संकल्पित है कि हम यथासंभव जल्द इस समझौते को पूरा कर लेंगे.\'\' हालांकि समझौते के खिलाफ इस देश में एक लॉबी काम कर रही है.
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की राजधानी में यात्रा पर आये भारतीय पत्रकारों से कहा, \'\'यह संधि पर संयुक्त स्थाई समिति के माध्यम से किया जाएगा. मैं उम्मीद करती हूं कि वे उचित समय में एक रिपोर्ट सौंपेगे और सरकार इस रिपोर्ट पर विचार कर ले तो हम इसे पूरा कर सकते हैं. मेरी कल्पना है कि यह इस साल पूरा हो जाएगा.\'\'
ऑस्ट्रेलिया के यूरेनियम भंडार दुनिया में सबसे बड़े हैं और दुनिया के कुल यूरेनियम भंडार का 23 प्रतिशत यहां है.
बिशप ने पहले कहा था कि ऑस्ट्रेलिया ऊर्जा का भंडार है और दुनिया को ऊर्जा का निर्यात करना चाहता है. हालांकि उन्होंने कहा था कि उनका देश सख्त नियंत्रण में भारत को सुविधा प्रदान करेगा.
ऑस्ट्रेलिया-भारत परमाणु सहयोग समझौते पर पिछले साल सितंबर में दस्तखत हुए थे. यह परमाणु सुरक्षा, रेडियो समस्थानिकों के उत्पादन आदि परमाणु से जुड़े क्षेत्रों के व्यापक दायरे पर दोनों देशों के बीच वृहद सहयोग के लिए रूपरेखा प्रदान करेगा.
बिशप ने विश्वास जताया कि ऑस्ट्रेलिया इस साल के आखिर तक भारत के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर भी दस्तखत कर लेगा जिसकी सहमति दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने जताई थी.
चीन में आर्थिक नरमी की वजह से ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत के साथ व्यापक आर्थिक रिश्ते बनाने के प्रयास की धारणा को खारिज करते हुए ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने कहा कि जनसंख्या के लिहाज से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश हमेशा अनेक मुद्दों को लेकर केंद्र में होता है.
बिशप ने कहा, \'\'पिछला साल द्विपक्षीय रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां की यात्रा की थी.\'\'
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