पाकिस्तानी मौलवी ने तालिबान विरोधी कार्रवाई को गैर-इस्लामी बताया
पाकिस्तान में लाल मस्जिद के मौलवी ने उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को गैर-इस्लामी बताकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया.
पेशावर हमला (फाइल) |
कट्टरपंथी अब्दुल अजीज ने कहा कि वह यह साबित कर सकते हैं कि सैन्य अभियान इस्लाम के उपदेशों के विरूद्ध है. उसने कहा कि उत्तरी वजीरिस्तान में यह अभियान गैर इस्लामी है.
वर्ष 2007 में लालमस्जिद में छिपे आतंकवादियों के विरूद्ध की गयी सैन्य कार्रवाई में वह बच गया था. वह बुर्का पहनकर भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था.
अजीज ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर बहस कर सकता हूं... विदेशों--भारत और बांग्लादेश से विद्वानों को बुलाया जाए... और मैं साबित कर दूंगा कि यह अभियान गैर इस्लामी है.
उसने टीवी पर पेशावर के एक सैन्य स्कूल पर हुए हमले को बिना शर्त निंदा करने से मना कर दिया. इस हमले की तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान ने जिम्मेदारी ली है. हमले में 148 लोग मारे गए.
हालांकि अजीज ने लोगों के मारे जाने पर दुख प्रकट करने का पाखंड किया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि सैन्य अभियान पर टीटीपी का जवाब समझा जा सकता है.
मौलवी के इस बयान पर नागरिक समाज के सदस्यों ने मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने उसके विरूद्ध नारेबाजी की. अजीज के समर्थक और प्रदर्शनकारियों के बीच किसी भी टकराव को टालने के लिए दर्जनों पुलिसकर्मी तैनात किए हैं.
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