सार्क शिखर सम्मेलन में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की जरूरत:मोदी
नेपाल में शुरू हुए 18वें सार्क सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्क सम्मेलन में कहा कि एक अच्छा पड़ोस पूरी दुनिया की आकांक्षा है.
सार्क शिखर सम्मेलन |
उन्होंने कहा सार्क का नाम सुनते ही शंका सुनायी देती है. विश्व में सामूहिक प्रयासों की सबसे ज्यादा आवश्यकता दक्षिण एशिया में है. उन्होंने कहा हमें अपनी क्षमता पर भरोसा होना चाहिए जैसा भारत में हैं. हमें सार्क देशों में रेल,सड़क और बिजली पर कार्य करने की जरूरत है.भारत और नेपाल ने बिजली के क्षेत्र में एक नए युग की शुरूआत की है.
सार्क देशों के बीच केवल 10 फीसद ही व्यापार हो रहा है.यह सिर्फ विचारों में मतभेद के कारण है.इसे दूर करने की जरूरत है.
सीमाओं को कारोबार के लिए खोलने की जरूरत है. भारत बिजनेस वीसा को तीन से पांच साल के लिए सार्क देशों के कारोबारियों का देगा.भारत में इलाज के लिए आने वालों को हेल्थ वीसा जारी किया जाएगा.मोदी ने उनका नेपाल में स्वागत करने के लिए धन्यवाद दिया.
नवाज से मोदी ने नहीं मिलाए हाथ
इससे पूर्व पीएम मोदी और नवाज शरीफ ने एक दूसरे से हाथ नहीं मिलाए.दोनों एक ही सभागार में मौजूद थे.
अधिकारियों ने शहर में कड़े सुरक्षा घेरे के तहत 25,000 से अधिक सशस्त्र कमांडो तैनात किए हैं.शहर में बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के दक्षेस नेताओं के पोस्टर और बड़े बिलबार्ड लगाए गए हैं.
मोदी के आधिकारिक कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ उनकी बैठक का कोई उल्लेख नहीं है. लेकिन वह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे समेत अन्य से मिलेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी अपने समकक्ष पीएम शरीफ से मुलाकात अलग से नहीं करेंगे.
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