मोदी-शरीफ मुलाकात पर सुषमा ने कहा- कल तक इंतजार कीजिए
भारत ने सार्क शिखर वार्ता से इतर नेपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच मुलाकात की संभावना से इंकार नहीं किया.
सुषमा स्वराज (फाइल) |
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि मंगलवार तक इंतजार कीजिए.
अठारहवीं दक्षेस शिखर वार्ता में शामिल होने के लिए सोमवार को काठमांडू पहुंची सुषमा स्वराज ने कहा कि वह जुलाई में अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के केवल साढ़े तीन महीने बाद नेपाल आकर खुश हैं.
प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ के बीच मुलाकात की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सुषमा ने कहा कि मंगलवार तक इंतजार कीजिए.
सार्क के इतर द्विपक्षीय मुलाकात के सवाल के जवाब में शरीफ के विदेश और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि देखिए, मुझे लगता है कि एक या दो बैठक तय हैं. अन्य अभी तय नहीं हैं.
मोदी-शरीफ मुलाकात की संभावना पर उन्होंने कहा कि अब तक कोई योजना नहीं है.
और ज्यादा पूछे जाने पर, अजीज ने कहा कि अगर दूसरे पक्ष से बैठक के लिए पहल होती है.
सुषमा से संभावित मुलाकात पर अजीज ने कहा कि देखिए, अगर वह आग्रह करती हैं, तो मैं मुलाकात करूंगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या शिखर वार्ता भारत पाक रिश्तों के साये में होगी, अजीज ने कहा कि मुझे आशा है कि नहीं. सार्क ज्यादा महत्वपूर्ण है.
सुषमा और अजीज के बयान ऐसे समय आए हैं जब पाकिस्तानी मीडिया ने खबर दी थी कि दोनों देशों के प्रधानमंत्री बुधवार को दक्षेस शिखर वार्ता के इतर मुलाकात कर सकते हैं.
एक अधिकारी के हवाले से ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने खबर दी कि दोनों प्रधानमंत्री काठमांडो में ‘रिट्रीट सेरेमनी’ के दौरान एक दूसरे के सामने आएंगे.
परंपरा के अनुसार, दक्षेस शिखर वार्ता में शामिल होने वाले राष्ट्रों और सरकारों के प्रमुखों को द्विपक्षीय बैठकों के लिए अच्छा माहौल बनाने के लिए सम्मेलन के उदघाटन के बाद ‘रिट्रीट’ (सैर सपाटे) के लिए ले जाया जाता है.
नयी दिल्ली में, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूददीन ने रूख साफ नहीं किया और कहा कि प्रधानमंत्री का इरादा हमारे ज्यादा से ज्यादा दक्षिण एशियाई सहयोगियों के साथ अर्थपूर्ण बातचीत करना है. इसका मतलब हमारे रिश्तों के सभी पहलुओं पर गौर करना होगा.
अकबरूद्दीन ने कहा कि कार्यक्रम, अन्य नेताओं की प्राथमिकताओं और अर्थपूर्ण संवाद करने के भारत के इरादे के संदर्भ में ‘कार्य प्रगति पर’ है.
इस्लामाबाद में, विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को भारत की तरफ से इस तरह की बैठक के लिए कोई आग्रह अब तक नहीं मिला है.
शरीफ मई में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे और उन्होंने द्विपक्षीय बातचीत की थी लेकिन इसके बाद दोनों नेताओं के बीच मुलाकात नहीं हुई.
भारत ने अगस्त में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत करने के बाद पड़ोसी देश के साथ विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद्द की थी.
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