श्रीलंका में भूस्खलन पीड़ितों को ढूंढ़ने के लिए अभियान जारी
श्रीलंका में आए भीषण भूस्खलन की वजह से जिंदा दफन हुए लोगों को ढूंढ़ने के लिए अभियान अब भी जारी है.
श्रीलंका में भूस्खलन (फाइल) |
सेना के स्थानीय कमांडर मेजर जनरल एम परेरा ने कहा कि हल्दुमुल्ला मध्य पहाड़ी जिले में मौसम के बेहतर होने से सैन्य बचाव दलों को अभियान में मदद मिली है.
परेरा ने कहा कि मौसम साफ है जिससे नमी सूख रही है.
बुधवार सुबह को भूस्खलन आने के बाद से जवानों ने शनिवार को छठा शव बाहर निकाला.
परेरा ने कहा कि एक प्रौढ़ महिला का शव मिला है.
उन्होंने कहा कि हमें अब लग रहा है कि हमने वह इलाका ढूंढ़ लिया है जहां घर 25 से 30 फुट की मिट्टी के ढेर के नीचे दब गए.
मीरियाबड्डा चाय बगान इलाके में आए भूस्खलन से बागान मजदूरों के 70 से अधिक घर तबाह हो गए जिनमें से अधिकतर घर भारतीय मूल के मजदूरों के थे.
शुरू में 200 से अधिक लोगों के जमीन के नीचे जिंदा दफन होने की आशंका जतायी गयी थी लेकिन बाद में जानकारी मिली कि कुछ स्थानीय लोग खतरे को भांपते हुए बाहर निकल गए थे.
पुलिस ने अब 40 से कम लोगों के लापता होने की बात कही है.
नेशनल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने कहा है कि उसने भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 2011 में ही स्थानीय लोगों से इलाका छोड़ने को कहा था लेकिन उसकी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया गया.
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