लिबर्टी मेडल से सम्मानित होंगी नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला
लिबर्टी मेडल पाने वाली मलाला यूसुफजई विश्व की सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता होंगी.
मलाला यूसुफजई (फाइल) |
लिबर्टी मेडल सेरेमनी के आयोजकों ने जब कई माह पहले पाकिस्तानी किशोरी को सम्मानित करने का फैसला किया था, तब उन्हें नहीं पता था कि ऐसा होगा.
यूसुफजई लिबर्टी मेडल प्राप्त करने वाली ऐसी सातवीं शख्सियत बन गई हैं, जिन्होंने बाद में नोबेल शांति पुरस्कार भी प्राप्त किया.
मेडल के प्रायोजक नेशनल कंस्टीट्यूशन सेंटर के अध्यक्ष जेब बुश ने कहा कि निरंकुशता से आजादी और समानता के लिए मलाला की साहसपूर्ण लड़ाई इस बात का सबूत है कि एक जोशीले और प्रतिबद्ध नेता में सुधार के लिए पूरा एक आंदोलन खड़ा कर देने की क्षमता होती है, फिर चाहे उसकी उम्र कुछ भी हो.
17 वर्षीय मलाला ने अपनी यह लड़ाई छह साल पहले बीबीसी के लिए काल्पनिक नाम से लेखन करते हुए शुरू की थी. इसमें वह तालिबान शासन के अंतर्गत जीवन के बारे में लिखती थी. लैंगिक समानता और लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज मुखर करने की वजह से वर्ष 2012 में तालिबान के बंदूकधारी ने मलाला को उस समय सिर में गोली मार दी थी, जब वह स्कूल से लौट रही थी.
उसका इलाज ब्रिटेन में हुआ और अब वह अपने परिवार के साथ वहीं रहती है.
फिलाडेल्फिया जाने से लगभग दो सप्ताह पहले ही वे सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता बनी है. उन्हें भारत में बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ यह पुरस्कार मिला है.
सालाना जाने वाले लिबर्टी मेडल में एक लाख डॉलर का पुरस्कार दिया जाता है और यह उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने दुनिया में लोगों की आजादी बचाने के लिए काम किया हो.
मलाला से पहले लिबर्टी मेडल के बाद नोबेल शांति पुरस्कार हासिल करने वालों में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, पूर्व संयुक्तराष्ट्र महासचिव जनरल कोफी अन्नान और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर शामिल हैं.
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