न्यूयार्क में मोदी का जो शानदार स्वागत हुआ, उसका कोई मुकाबला नहीं

Last Updated 01 Oct 2014 02:39:12 PM IST

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने यह माना कि वह कुछ भी कर लें लेकिन न्यूयार्क में मोदी का भारतीय अमेरिकियों ने जो शानदार स्वागत किया, उसका वह कभी मुकाबला नहीं कर सकते.


अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बाइडेन और विदेश मंत्री जॉन कैरी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

यह बात उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में भोज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कही.
     
मोदी के साथ उनके बगल में खड़े कैरी ने कहा कि प्रधानमंत्री, मैं यह कहने के लिए बाध्य हूं कि यहां हमारी ओरआपका स्वागत चाहे कितना ही गर्मजोशीभरा क्यों न हो, मेडिसन स्क्वायर गार्डन में जिस तरह आपका शानदार स्वागत हुआ, हम कभी उससे आगे नहीं निकल पायेंगे.

उनकी इस टिप्पणी पर दर्शकों ने खूब तालियां बजायीं और कहकहा लगाया.
     
विदेश मंत्री ने हास्य विनोद के स्वर में कहा कि अमेरिकी पियानोवादक, गायक-गीतलेखक और संगीतकार बिल जोएल ने यह सुनिश्चित करने के लिए मुझे फोनकर पूछा कि कहीं आपने उनका कार्यक्रम छीन तो नहीं लिया.
     
उन्होंने कहा कि हममें से कोई भी ऐसा नहीं था कि जिसने टेलीविजन या अखबार खोलने पर उसमें, प्रधानमंत्री ने जो प्रशंसनीय कवरेज पाया, वह नजर नहीं आया हो. हम सभी लोगों में उसे लेकर साझे रोमांच और साझी संभावना का बोध है.
     
कैरी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अक्सर कहते हैं कि उनके लिए केवल अमेरिका में ही उनकी यह यात्रा संभव थी.
     
उन्होंने भोज पर कहा कि लेकिन प्रधानमंत्री की यात्रा- एक किशोर, जो गुजरात में रेल प्लेटफार्म पर चाय बेचता था, से लेकर प्रधानमंत्री के निवास रेसकोर्स रोड तक भी कम असंभव नहीं थी.
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उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मिलकर मोदी के सम्मान में यह भोज दिया था.
     
विदेश मंत्री ने कहा कि काफी प्रतिकूलताओं के बावजूद, अवसर में यह विश्वास वाकई हमारे दोनों देशों में अनूठा है. हम ही ऐसे दो देश हैं जो समान शब्दों, तीन समान शब्दों  हम... के... लोग से अपने संविधान की शुरूआत करते हैं. हम ऐसे दो देश हैं जहां उद्यमशिलता, सृजनशीलता और नवोन्मेष हम दोनों के डीएनए में हैं.

उन्होंने कहा कि हम केवल दो ऐसे देश हैं जो हॉलीवुड और बॉलीवुड को जन्म दे पाए, केवल ऐसे दो देश जहां बेंगलूर और सिलिकन वैली जैसे उच्च प्रौद्योगिकी केंद्र फूल-फल पाए और जुड़े जबकि दोनों अपनी सृजनशीलता में बिल्कुल स्वतंत्र हैं.
     
कैरी ने कहा कि हम ही ऐसे दो देश हैं जिन्होंने, जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने एक सदी से भी ज्यादा समय पहले शिकागो में कहा था, अत्याचार के शिकार लोगों और शरणार्थियों को शरण दी चाहे वे किसी भी धर्म के हों या धरती पर किसी भी राष्ट्र के रहने वाले हो.

बाइडेन ने कहा कि उन्हें और राष्ट्रपति बराक ओबामा को व्हाइट हाऊस में सोमवार की रात को मोदी के साथ भोजन ग्रहण में बड़ा आनंद आया.
     
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ओबामा के साथ विदेश मंत्री कैरी को और मुझे पिछली रात भोज का आनंद आया. हमारा एक छोटा सा भोज था जिसके बारे में मैं समझता हूं कि हम सभी ने सोचा कि यह एक अद्भुत तरीका था जिससे राष्ट्रपति ओबामा एवं प्रधानमंत्री एक दूसरे से जुड़े और दोनों ने ही इस बात पर चर्चा की कि उनके देश किन बातों से जूझ रहे हैं और क्या किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि यह वाकई बिल्कुल अद्भुत था. मैं ऐसे कई भोजों का हिस्सा रहा हूं लेकिन मुझे कोई ऐसा भोज नहीं याद है जो इतना अच्छा रहा हो. श्रीमान् प्रधानमंत्री आपको नवरात्रि की बधाई. यह आपका बड़प्पन है कि आपने- इस पवित्र सप्ताह के दौरान- हमें यह सम्मान प्रदान किया और हमारे यहां की यात्रा की.   
     
बाइडेन ने कहा कि प्रधानमंत्री उपवास पर हैं और हम उन्हें नाश्ते और भोज पर ले जाते रहे. जैसा कि हम कैथोलिक कहते हैं कि यह गुनाह जैसा है लेकिन हम इस बात की तारीफ करते हैं कि उन्होंने हमारे साथ इतना वक्त बिताया.



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