चीनी मीडिया ने मोदी की अमेरिका यात्रा को कम करके आंका
अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार स्वागत के बाद चीन के सरकारी मीडिया ने उनकी इस यात्रा को कमतर करके आंका.
वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हाथ मिलाते हुए. |
अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार स्वागत के बाद चीन के सरकारी मीडिया ने मंगलवार को उनकी इस यात्रा को कमतर करके आंकने की कोशिश करते हुए कहा कि भारत ‘पर्याप्त रूप से मजबूत’ नहीं है और वह ‘एशिया प्रशांत के पुनर्संतुलन’ के जरिए पेइचिंग को नियंत्रित करने की अमेरिका की रणनीति में कोई बड़ी भूमिका नहीं निभाएगा.
मोदी के अमेरिका दौरे को चीन में काफी तवज्जो मिल रही है और यहां के आधिकारिक मीडिया में पहले पृष्ठ पर इसको लेकर खबरें प्रकाशित हुई हैं, जिन्हें ‘मोदी मेक्स रॉक स्टार डेब्यू इन यूएस’ जैसे शीषर्कों के साथ प्रकाशित किया जा रहा है.
सत्तारूढ़ सीपीसी द्वारा संचालित ‘पीपुल्स डेली ऑनलाइन’ के एक लेख में कहा गया है, भारतीय-अमेरिकी संबंधों की दिशा ने काफी तवज्जो पैदा की है. मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया प्रशांत को पुनर्संतुलित करने की अमेरिकी रणनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है.
बहुत से लोगों को लगता है कि अमेरिका चीन का मुकाबला करने के लिए भारत पर निर्भर करेगा. लेख में आगे कहा गया है, सच यह है कि भारत और अमेरिका के बीच चाहे जितना भी नजदीकी रिश्ता बन जाए, भारत अमेरिकी टीम में एक बड़ा किरदार नहीं होगा.
पुनर्संतुलन की रणनीति तीन हिस्सों राजनीति, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा में समाहित है. हालांकि, भारत की राष्ट्रीय शक्ति इन तीनों पहलुओं में से किसी में भी पर्याप्त रूप से मजबूत नहीं है. चीनी अखबार के लेख में कहा गया है कि पिछले साल एक भारतीय राजनयिक देवयानी खोब्रागड़े की गिरफ्तारी के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों मे काफी तल्खी आ गई थी.
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