पाकिस्तान के पोलियो-रोधी अभियान से छूट गए 16 हजार बच्चे
पाकिस्तान के पेशावर में माता-पिता के विरोध के कारण 16 हजार से ज्यादा बच्चों को पोलियो वायरस का प्रतिरोधी टीका नहीं लगाया जा सका.
पोलियो-रोधी अभियान (फाइल) |
पोलियो से प्रभावित हो चुके बच्चों की संख्या 171 पर पहुंच जाने के बाद सरकार ने इस साल 3 करोड़ 41 लाख 60 हजार बच्चों को टीका लगाने की योजना बनाई थी.
एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते पोलियो अभियान को एक दिन तक ही सीमित कर दिया गया. बीते समय में अभियानों के दूसरे और तीसरे दिन पोलियो अभियान में काम करने वाले दलों पर हमले बोले गए थे.
उन्होंने कहा कि पेशावर में एक दिवसीय अभियान के दौरान, 84 प्रतिशत बच्चों (754,383 में से 635,378) को टीके लगाए गए जबकि 28,934 बच्चे अपने पतों पर मिले ही नहीं. लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि 16,757 बच्चों को इस अभियान में इसलिए शामिल नहीं किया जा सका क्योंकि उनके माता-पिता ने उन्हें टीका लगवाने से मना कर दिया था.
डॉन ने कहा कि विस्तृत प्रतिरक्षण कार्यक्रम के राष्ट्रीय प्रबंधक डॉक्टर राणा सफदर ने कहा कि माता-पिता की जानकारी एकत्र की गई थी और शहर के प्रभावशाली लोगों को शामिल करके इन बच्चों को टीके लगाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि पेशावर के 97 संघीय परिषदों में से 45 को सुरक्षा के लिहाज से बेहद जोखिम भरे क्षेत्र घोषित किया गया है. इसलिए यहां सिर्फ एक दिवसीय अभियान जारी किया गया. हालांकि इसके बाद भी टीके लगवाने का अवसर होगा जिसमें हम उन बच्चों को टीके लगाने की कोशिश करेंगे, जिन्हें पहले शामिल नहीं किया जा सका था.
पोलियो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया में मौजूद है. पेशावर पोलियो वायरस का मुख्य केंद्र बना हुआ है और तालिबानी उग्रवाद के चलते बच्चों को टीके लगाने के प्रयासों पर बुरा प्रभाव पड़ा है.
Tweet |