न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की तीसरी बार संभालेंगे पद
न्यूजीलैंड के कंजरवेटिव प्रधानमंत्री जॉन की को चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल हुई है.
पत्नी के साथ न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की (फाइल) |
मतदाताओं ने छलकपट और जासूसी के आरोपों को लेकर जॉन के खिलाफ हुए प्रचार को नकारते हुए उन्हें तीसरा कार्यकाल संभालने का अवसर दिया है.
देश में वर्ष 1996 में आनुपातिक मतदान प्रणाली लागू होने के बाद, इस भारी जीत के साथ ही जॉन की न्यूजीलैंड के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं जो अपने दम पर शासन कर सकेंगे. जॉन की ‘नेशनल पार्टी’ के मत पिछले तीनों चुनावों में लगातार बढ़े हैं.
कांटे की टक्कर के बाद आए इस फैसले पर 53 वर्षीय नेता ने कहा कि मैं बेहद खुश हूं, यह बहुत अच्छी रात है.
उन्होंने कहा कि यह मुश्किल लड़ाई थी लेकिन मुझे लगता है कि लोग देख सकते हैं कि देश सही रास्ते पर है और जनता ने हमें तोहफा दिया है. मैं बहुत आभारी हूं.
नेशनल पार्टी को इस बार के चुनाव में 121 संसदीय सीटों में से 61 पर जीत हासिल हुई है. 2011 के चुनाव में उसे 59 सीटें मिली थीं.
विपक्षी दल लेबर पार्टी को महज 32 सीटें मिली हैं. 1920 के दशक के बाद यह पार्टी का सबसे खराब प्रदर्शन है.
अपने भविष्य के संबंध में सवालों का सामना कर रहे लेबर नेता डेविड कुनलिफे ने कहा कि यह पार्टी को फिर से मजबूत करने का वक्त है दोषारोपण करने का नहीं.
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