गाजा संघर्ष विराम टूटा, इजरायल की गोलाबारी में 50 फलस्तीनी मारे गए

Last Updated 01 Aug 2014 08:38:47 PM IST

गाजा और इजरायल के बीच 72 घंटे का संघर्ष विराम शुरू होने के कुछ ही देर बाद टूट गया और इजरायल की भारी गोलाबारी में गाजा में कम से कम 50 लोग मारे गए.


गाजा संघर्ष विराम टूटा (फाइल)

फलस्तीनी आतंकवादी संगठनों के हमले में इजरायल के दो सैनिकों की भी मौत हो गयी और एक अन्य का अपहरण होने की आशंका है.

मानवीय संघर्ष विराम शुक्रवार सुबह शुरू होने के दो घंटे बाद ही टूट गया. गाजा पट्टी में इजरायल और फलस्तीनी आतंकवादी संगठनों के बीच तीन सप्ताह से भी अधिक दिनों से जारी संघर्ष की समाप्ति के लिए अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से संघर्ष विराम हुआ था.

फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार सुबह से दक्षिण रफा में इजरायल की भारी गोलाबारी में कम से कम 50 लोग मारे गए जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए. इसके साथ ही संघर्ष में अब तक 1509 फलस्तीनियों ने अपनी जान गंवाई है जिनमें ज्यादातर नागरिक हैं. इन हमलों में 7000 से अधिक लोग घायल हुए.

गाजा पर इजरायली हमले में 1509 लोगों की मौत का आंकड़ा वर्ष 2008-09 में ऑपरेश्न कास्ट लीड में मारे गए लोगों की संख्या से ज्यादा है. शुक्रवार को संघर्ष का 25 वां दिन है.

फलस्तीन सेंटर फार ह्यूमन राइट्स के अनुसार ऑपरेश्न कास्ट लीड में 1417 लोग मारे गए थे जो काफी लंबा संघर्ष था और 22 दिनों तक चला था.

इस बीच इजरायली सेना ने कहा कि उसके दो सैनिक मारे गए और गाजा पट्टी में संभवत: उसके एक अन्य सैनिक का आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया. संघर्ष में अबतक भारतीय मूल के दो सैनिकों समेत 63 इजरायली सैनिक मारे गए हैं. वर्ष 2008-09 के दौरान दस इजरायली सैनिकों की जान गयी थी. वर्तमान संघर्ष में करीब 400 इजरायली सैनिक घायल हुए हैं.

रॉकेट और मोर्टार हमलों में तीन इजरायली नागरिक और एक थाई नागरिक मारा गया.

इजरायली रक्षा बल के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पीटर लर्नर ने कहा कि प्रारंभिक संकेतों से पता चलता है कि आतंकवादियों ने एक सैनिक को अगवा कर लिया जो आतंकवादियों द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन था.

संकरी तटीय पट्टी पर शासन करने वाले हमास ने इजरायली सैनिक के अपहरण की खबर की न तो पुष्टि की और न ही खंडन लेकिन कहा कि अपहरण की इजरायल की घोषणा संघर्ष विराम से उसके पीछे हटने का महज एक बहाना है.

इजरायल और हमास ने एक दूसरे पर नाजुक संघर्ष विराम को तोड़ने का आरोप लगाया है. तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दावे-प्रतिदावे के बीच किसने संघर्ष विराम तोड़ा.

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि एक बार फिर गाजा में हमास और आतंकवादी संगठनों ने संघर्ष विराम तोड़ा जबकि उन्होंने संघर्ष विराम के लिए स्वीकृति दी थी. उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री और संयुक्त राष्ट्र महासचिव के सामने संघर्ष विराम तोड़ा.

इजरायली चैनल 10 ने खबर दी कि एशकोल रिजनल काउंसिल इलाके में शुक्रवार सुबह दो कोड रेड सायरन बजे. एक खुले क्षेत्र में दो रॉकेट गिरे.

संघर्ष विराम की घोषणा नयी दिल्ली में जारी एक बयान में की गयी थी जहां अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी यात्रा पर हैं.
 
संयुक्त राष्ट्र के पश्चिम एशिया शांति के विशेष संयोजक रॉबर्ट सैरी ने एक बयान में कहा कि इजरायल ने शुक्रवार सुबह रफा इलाके में आईडीएफ (सेना) लाइन से पहले सुरंग से जुड़ी एक गंभीर घटना की खबर दी. यदि पुष्टि होती है तो यह मानवीय संघर्ष विराम का गंभीर उल्लंघन है और उसकी कड़ी निंदा होनी चाहिए.

अस्थायी संघर्ष विराम तड़के प्रभाव में आया. इससे पहले इजरायल अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के संयुक्त प्रस्ताव पर राजी हुआ जिन्होंने उसकी अहम मांग पर गौर किया.

इजरायल मांग करता रहा है कि संघर्ष विराम सौदे में यह शर्त हो कि उसके सैनिकों को 72 घंटे के संघर्ष विराम के दौरान गाजा में रहने की अनुमति हो ताकि वे सुरंगों का पता लगा सकें और उन्हें नष्ट कर सकें. इजरायल के अनुसार इन सुरंगों से आतंकवादी उसकी सीमा में दाखिल हो जाते हैं.

पश्चिमी तट पर नियंत्रण रखने वाले फलस्तीन प्राधिकरण के प्रतिनिधि और इजरायली प्रतिनिधिमंडल इस संघर्ष विराम को 72 घंटे से आगे बढ़ाने के प्रयास के तहत काहिरा में हैं.

हमास और इस्लामिक जिहाद के नेता भी काहिरा की राजधानी में डेरा डाले हुए हैं.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment